उइगर महिलाओं और लड़कियों पर चीन की बर्बरता, हान पुरुषों से जबरन करा रहा शादी
उइगर महिलाओं और लड़कियों पर चीन की बर्बरता, हान पुरुषों से जबरन करा रहा शादी

उइगर महिलाओं और लड़कियों पर चीन की बर्बरता, हान पुरुषों से जबरन करा रहा शादी

चीन ने अब उइगर महिलाओं (Uyghur women) की जबरन शादी का खेल शुरू किया है। इसके लिए चीन के शिंजियांग या पूर्वी तुर्किस्तान क्षेत्र में हान पुरुषों (Han men) को आकर्षित करने के लिए उइगर महिलाओं या लड़कियों की शादी के विज्ञापन दिए जाते हैं। एक साक्षात्कार में कैंपेन फॉर उइगर्स के प्रमुख रुशन अब्बास ने कहा, ‘यह सरकार प्रायोजित बड़े पैमाने पर दुष्कर्म है।’ द डेली सिटीजन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन सरकार के ‘जोड़ी बनाओ और परिवार बनो’ अभियान के तहत कम्युनिस्ट पार्टी के हान चीनी सदस्य कुछ समय के लिए उइगर परिवारों के पास जाते हैं और उनके साथ रहते हैं। इस अभियान को सांस्कृतिक संबंधों और पारिवारिक जुड़ाव को मजबूत करने के अभियान के तौर पर पेश किया जा रहा है लेकिन वास्तव में यह उइगर परिवारों पर नजर रखने का एक जरिया है। अगर ये परिवार चीनी परंपराओं का निर्वहन नहीं करते हैं तो इसकी सूचना अधिकारियों को दे दी जाती है। अब्बास ने बताया कि इन हालात में उइगर महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं। जबरन शादी के अलावा युवा उइगर महिलाओं को कथित रूप से चीनी पुरुषों को बेच भी दिया जाता है। उधर चीन की ज्यादतियों पर ट्रंप प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है। अमेरिका ने उइगर मुस्लिमों के खिलाफ कथित अत्याचार के लिए शिनजियांग प्रोडक्शन एंड कंसट्रक्शन कोर्प और उसके कमांडर पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन प्रतिबंधों का मतलब है कि अमेरिका में इन संगठनों और व्यक्तियों की किसी भी संपत्ति को कुर्क किया जा सकता है। यही नहीं अमेरिकियों के इनके साथ व्यापार करने की मनाही होगी। प्रोडक्शन एंड कंसट्रक्शन कोर्प चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को रिपोर्ट करती है और शिनजियांग में अरबों डॉलर की विकास परियोजनाओं की प्रभारी है। वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने एक बयान में कहा कि अमेरिका शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराने के लिए अपनी वित्तीय शक्तियों का इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं विदेश मंत्री माइक पोंपिओ ने कहा कि दो अधिकारियों कमांडर पेंग जियारुई और पूर्व कमिसर सुन जिनलोंग पर भी पाबंदियां लगेंगी।-newsindialive.in

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