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कोरोना से दोबारा संक्रमित होने की संभावना बेहद कम, एम्स के विशेषज्ञों ने कहा सावधानी बरतें लोग

- कोरोना की दूसरी लहर हो सकती है खतरनाक, इसलिए वैक्सीन लगवाएं लोग नई दिल्ली, 02 अप्रैल(हि.स.)। देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की शुरुआत हो गई है। शुक्रवार को कोरोना के 80 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ गए हैं। मौजूदा स्थिति ने केन्द्र सरकार की चिंताएं एक बार फिर बढ़ा दी हैं। सरकार टीकाकरण की गति को तेज करने के साथ लोगों को संभल कर रहने की हिदायत दे रही है। मामलों के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के वैक्सीन विशेषज्ञ डॉ. संजय राय ने बताया कि अभी तक के अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना का दोबारा संक्रमण होने की संभावना कम है। जिन लोगों को कोरोना हो चुका है उनमें 6-8 महीने तक एंटीबॉडी काम करता है। हिन्दुस्थान समाचार से खास बात में उन्होंने कहा कि लोगों को बिना किसी डर के कोरोना का टीका लगवाना चाहिए जिससे कोरोना होने पर भी उसका प्रभाव उन पर बेहद कम होगा। वैक्सीन लगाने वालों को भी कोरोना संक्रमण होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई भी टीका 100 फीसदी काम नहीं करता। इसलिए जिन लोगों ने भी टीका लगाया है उन्हें पूरी तरह सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क पहनने के साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए। डबल म्यूटेंट वायरस पर भी वैक्सीन है कारगर डॉ. संजय राय ने बताया कि कोरोना वायरस जबतक एक शरीर से दूसरे शरीर में जाता रहेगा तब तक इसके प्रकार में बदलाव आता रहेगा। डबल म्यूटेंट वायरस को ऐसे समझ सकते हैं जैसे वायरस ने अपने प्रकार में दो बार बदलाव किया हो। लेकिन अभी तक के अध्ययन के मुताबिक मौजूदा वैक्सीन इस वाय़रस पर भी कारगर है। दक्षिण अफ्रिकन प्रकार के वायरस पर अभी वैक्सीन के असर पर अध्ययन चल रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ विजयालक्ष्मी

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