पूर्व महाराजा उम्मेदसिंह की 118वीं जयन्ती मनाई

 महाराजा उम्मेदसिंह की 118वीं जयन्ती
महाराजा उम्मेदसिंह की 118वीं जयन्ती

जोधपुर, 08 जुलाई (हि.स.)। आधुनिक मारवाड़ के निर्माता पूर्व महाराजा उम्मेदसिंह की 118वीं जयन्ती गुरुवार को सादगी से मनाई गई।

रेलवे स्टेशन सर्किल पर गुरुवार सुबह पंडितों द्वारा पूर्व महाराजा उम्मेदसिंह की अश्वारूढ़ मूर्ति के समक्ष पूजा-अर्चना की गई। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार यहां पर अन्य कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया। इस अवसर पर पूर्व महाराजा उम्मेदसिंह की मूर्ति को फूलों से सजाया गया। साथ ही उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कोरोना के कारण पिछली बार की तरह इस बार भी यहां श्रद्धांजलि का बड़ा कार्यक्रम नहीं हो सका।

बता दे कि पूर्व महाराजा उम्मेदसिंह का जन्म 8 जुलाई 1903 को हुआ था। पूर्व महाराजा सरदारसिंह के द्वितीय पुत्र व पूर्व महाराजा सुमेरसिंह के छोटे भाई थे। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा राजपूत नोबल स्कूल चौपासनी व बाद में मेयो कॉलेज अजमेर एवं राजकुमार कॉलेज राजकोट में हुई। तीन अक्टूबर 1918 को पूर्व बड़े महाराजा सुमेरसिंह का 21 वर्ष की आयु में देहान्त होने व उनके कोई पुत्र नहीं होने पर छोटे भाई उम्मेदसिंह मारवाड़ के महाराजा के रूप में राजसिंहासन पर विराजमान हुए। उम्मेदसिंह ने मारवाड़ व जोधपुर में शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, सडक़े, रेलमार्ग, स्टेडियम व हवाई अड्डे सहित अनेक सुविधाओं का विकास किया। इस कारण उन्हें मारवाड़ व जोधपुर के निर्माता के रूप में जाना जाता है। उम्मेदसिंह का 9 जून 1947 को निधन हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

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