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पद्मभूषण से सम्मानित डॉक्टर की आह्वान, स्वास्थ्य सेवा के 4 स्तंभों को मजबूत करें

नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)। भारत 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है, ऐसे में पद्मभूषण और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर अशोक सेठ ने आगे के स्वास्थ्य एजेंडे को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा, हमें अब स्वास्थ्य सेवा वितरण के अपने चार स्तंभों को मजबूत करने के लिए इस विश्वास को मजबूत करना चाहिए, यानी सभी स्तरों पर बुनियादी ढांचे में वृद्धि, स्वास्थ्य संबंधी उपभोग्य सामग्रियों के स्वदेशी निर्माण को बढ़ाना, अधिक से अधिक सरकारी भागीदारी, अनुसंधान और विकास के लिए समर्थन, पर्याप्त शिक्षा, प्रशिक्षण और समर्थन डॉक्टरों और नर्सो सहित स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए। यह सभी हितधारकों के लिए मेज के एक ही तरफ बैठने का अवसर है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने भारत के सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों को एक साथ ला दिया है, जिन्होंने इस वायरस से लड़ने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। सरकार अपनी नीतियों के साथ सराहनीय रूप से सक्रिय रही है और भारत की विशाल आबादी की सफलतापूर्वक रक्षा की है। यह पूछे जाने पर कि समाज के सबसे निचले तबके के लोगों सहित प्रत्येक नागरिक को उपचार प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को कैसे आगे बढ़ाया जाना चाहिए, सेठ ने कहा, प्राथमिक देखभाल और जिला स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे को काफी हद तक बढ़ाने की जरूरत है जहां देखभाल के मानक हैं। और सभी बीमारियों का इलाज सस्ती कीमत पर उपलब्ध होना चाहिए। यह वह जगह है, जहां भारत की 70 फीसदी आबादी निवास करती है। अधिक मजबूत सार्वजनिक-निजी भागीदारी के लिए अवसर है। डॉक्टर-रोगी संबंध के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, हालांकि हम अपने मेडिकल कॉलेजों के माध्यम से बाहर आने वाले डॉक्टरों और नर्सो की संख्या में वृद्धि करते हैं, उनका सम्मान, देखभाल और मनोबल अत्यंत महत्वपूर्ण है। एचसीडब्ल्यू हमारे सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संसाधन हैं। तीसरी कोविड लहर के खतरे पर, सेठ ने बताया कि कोविड लहरें अपरिहार्य हैं और कुछ समय तक और क्षेत्रीय प्रकोपों के साथ तब तक जारी रहेंगी, जब तक कि राष्ट्र प्रभावी रूप से टीकाकरण नहीं कर लेता। हालांकि, लहर की गंभीरता इस बात से संबंधित है कि वायरस कैसे व्यवहार करता है या उत्परिवर्तित होता है या हम एक सार्वजनिक व्यवहार कैसे करते हैं। उन्होंने कहा, भीषण लहर को रोकना हमारे हाथ में है। सरकार और नीति निर्माताओं ने हमारी रक्षा के लिए जो कुछ भी किया जा सकता है, उसे करने के लिए डेढ़ साल तक लगन और बिना रुके काम किया है। अब यह भी हमारी जिम्मेदारी है। दोहरा टीकाकरण, टीका झिझक मिटाना, बाहर जाते समय डबल मास्क लगाना, बेवजह बाहर न जाना, भीड़भाड़ से बचना, हाथ साफ करना, वायरस से बचने के लिए सब कुछ करना अब हमारे हाथ में है। हमें अपने और अपने आसपास के लोगों के लिए जिम्मेदार होने की जरूरत है, ताकि कोरोनावायरस न फैले। सेठ ने कहा, हमें इस एकल दुश्मन से लड़ने के लिए एकजुट होने की जरूरत है और मुझे यकीन है कि हम इसे हरा देंगे। सभी को 75वें स्वतंत्रता दिवस पर यह संकल्प लेना चाहिए। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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