brigadier-raghubir-singh-who-flew-22-patton-tanks-of-the-enemy-army-in-the-indo-pak-war-of-1965-died
brigadier-raghubir-singh-who-flew-22-patton-tanks-of-the-enemy-army-in-the-indo-pak-war-of-1965-died

1965 के भारत-पाक युद्ध में दुश्मन सेना के 22 पैटन टैंक उड़ाने वाले ब्रिगेडियर रघुबीर सिंह का निधन

जयपुर, 13 जून (हि.स.)। 1965 के भारत-पाक युद्ध में दुश्मन सेना के 22 पैटन टैंकों को नष्ट करने वाले महावीर चक्र विजेता ब्रिगेडियर रघुबीर सिंह का रविवार को 99 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। टोंक में जन्मा यह योद्धा लम्बे समय से बीमारी से जूझ रहा था। डिफेंस पीआरओ अजिताभ शर्मा ने बताया कि वृद्धावस्था की बीमारी के कारण ब्रिगेडियर रघुबीर सिंह ने 13 जून की 6.30 बजे स्वर्गाश्रम के लिए प्रस्थान किया। टोंक जिले के सोडा गांव में 2 नवंबर 1923 को जन्मे ब्रिगेडियर रघुबीर सिंह को 18 अप्रैल 1946 को सवाई मान गार्ड्स में सैकेंड लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन दिया गया था। उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध सहित कई युद्ध लड़े थे। उन्होंने 1944 में बर्मा युद्ध में भाग लिया और लडऩे के लिए जापान गए। इसके बाद उन्होंने स्वतंत्रता के तुरंत बाद उरी सेक्टर में 1947-48 के भारत-पाक युद्ध में लड़ाई लड़ी। 1954 में उत्तर-दक्षिण कोरिया के युद्ध के दौरान उन्हें शांति सेना के हिस्से के रूप में राष्ट्र प्रतिनिधि आयोग के अध्यक्ष के रूप में तैनात किया गया था। 1958-59 के दौरान इसराइल-मिस्र युद्ध में वे संयुक्त राष्ट्र आपातकालीन बल का हिस्सा थे। 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान बटालियन 18 राजपूताना राइफल्स की कमान संभालते हुए उन्होंने इस लड़ाई में पाकिस्तानी सेना के 22 पैटन टैंकों को नष्ट कर बहादुरी के उत्कृष्ट मानकों का प्रदर्शन किया था। लेफ्टिनेंट कर्नल रहते हुए रघुवीर सिंह को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्णन ने देश के दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार महावीर चक्र से सम्मानित किया था। 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान उन्होंने बांग्लादेश के समर्पण शिविर में युद्ध के एक लाख पाकिस्तानी कैदियों की देखभाल करने की जिम्मेदारी के साथ, सैन्य पुलिस में प्रोवोस्ट मार्शल के पद को भी संभाला। महावीर चक्र से सम्मानित ब्रिगेडियर रघुवीर सिंह एमवीसी जैसे योद्धा को देश ने रविवार को खो दिया। उनके परिवार में उनके पुत्र संग्राम सिंह राजावत भी सेना में मेजर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in