भाजपा के बंद का उत्तर बंगाल में असर, रणक्षेत्र बना कूचबिहार
भाजपा के बंद का उत्तर बंगाल में असर, रणक्षेत्र बना कूचबिहार

भाजपा के बंद का उत्तर बंगाल में असर, रणक्षेत्र बना कूचबिहार

कोलकाता, 14 जुलाई (हि.स.)। उत्तर दिनाजपुर के हेमताबाद से विधायक देवेंद्र नाथ रॉय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआई जांच की मांग पर भाजपा द्वारा आहूत 12 घंटे के बंद का असर उत्तर बंगाल में मिलाजुला रहा है। मंगलवार सुबह 6:00 बजे से ही भाजपा ने बंद का आह्वान किया था जिसकी वजह से अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी, दिनाजपुर में मिलाजुला असर देखने को मिला है। कूचबिहार में तो पुलिस और भाजपा कर्मियों के बीच संघर्ष की वजह से पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया था। सुबह 6:00 बजे के करीब जिला भाजपा अध्यक्ष मालती रावा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतर गए थे। पुलिस को इस बात की आशंका पहले से थी इसलिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की भी तैनाती थी। कारोबारियों ने अपनी दुकानें, बाजार आदि पहले से बंद रखे थे। लेकिन सरकारी बसें सड़कों पर चल रही थीं। इसकी वजह से भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन बसों को रोकने की कोशिश की। आरोप है कि इस दौरान भाजपा कर्मियों ने चार सरकारी बसों में तोड़फोड़ की। बसों की खिड़कियां और सामने के हिस्से को तोड़ दिया। सूचना मिलने के बाद इस हालात को संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस की टीम पहुंची जिसकी वजह से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। हालात को संभालने के लिए पुलिस ने कथित तौर पर जमकर लाठीचार्ज किया। सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि कूचबिहार-माथाभांगा रूट पर चलने वाली सरकारी बसों में जमकर तोड़फोड़ की गई। बाद में प्रशासन के आला अधिकारियों ने कूचबिहार जिला भाजपा अध्यक्ष मालती रावा और अन्य आंदोलनकारियों को बलपूर्वक सड़कों से हटाया, जिसके बाद हालात थोड़े बहुत सामान्य हुए। इस क्षेत्र में भाजपा के बंद का व्यापक असर है। दुकानें बंद हैं और सड़कों पर लोग कम थे। शाम 6:00 बजे जब हड़ताल खत्म हुआ तो पूरे राज्य में इसका व्यापक असर देखने को मिला है। दिन भर कई जगहों पर सड़कें बाजार और दुकानें बंद रही हैं। उत्तर बंगाल के सबसे बड़े शहर सिलीगुड़ी में भी सरकारी बस सेवाएं तो चल रही हैं, लेकिन दुकान बाजार आदि बंद हैं। निजी बसों की संख्या सड़कों पर कम हैं। निजी वाहन भी कम चल रहे हैं। मालदा और उत्तर दिनाजपुर में भी भाजपा के बंद की मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कुछ जगहों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया जिसकी वजह से यातायात बाधित रहा। अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिले में भी बंद का थोड़ा बहुत असर देखने को मिला है। बाजार, दुकान आदि बंद रहे हैं। लोग भी कम संख्या में सड़कों पर उतरे हैं। दिनहटा तूफानगंज में भी बंद के दौरान भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर हिंसक संघर्ष हुआ है। यहां भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। रायगंज टाउन के मंडल भाजपा अध्यक्ष अभिजीत भारद्वाज जोशी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं में सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। बालूरघाट में भी भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार के नेतृत्व में बंद को सफल बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली। स्थानीय लोगों ने भी इसका समर्थन किया और बड़ी संख्या में दुकानें, बाजार आदि बंद हैं। सुकांत ने कहा कि लोगों ने बंगाल में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए खुद ही बंद को सफल बनाया है। ममता बनर्जी को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है और बिना देरी किए उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रदेश भाजपा सूत्रों ने बताया है कि दिनभर बंद के दौरान पूरे राज्य में 1000 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश-hindusthansamachar.in

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