Bihar Flood: राज्य में अब तक करीब 50 लाख लोग प्रभावित, मुजफ्फरपुर में दो की मौत
Bihar Flood: राज्य में अब तक करीब 50 लाख लोग प्रभावित, मुजफ्फरपुर में दो की मौत

Bihar Flood: राज्य में अब तक करीब 50 लाख लोग प्रभावित, मुजफ्फरपुर में दो की मौत

देश के कई राज्य इस वक्त बाढ़ (Flood) की चपेट में है. इसी कड़ी में बाढ़ ने शनिवार को बिहार (Bihar) में दो और लोगों की जान ले ली, इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 13 हो गई, जबकि आपदा से प्रभावित लोगों की संख्या 50 लाख के करीब पहुंच गई. ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे उफान पर बहने वाली नदियों का पानी अब राज्य के उत्तरी हिस्सों में पहुंचने लगा है. राज्य आपदा प्रबंधन की तरफ से जारी बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को मुजफ्फरपुर जिले में दो लोगों की मौत हो गई, इससे पहले, दरभंगा से सात और पश्चिम चंपारण मौत के चार मामले सामने आए थे. पढ़ें बिहार बाढ़ का पूरा अपडेट वहीं 14 जिलों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या शुक्रवार को 45.39 लाख से 49.05 लाख तक पहुंच गई थी. इसके अलावा प्रभावित पंचायतों की संख्या भी पिछले दिन 1,012 से 1,043 हो गई. विभाग के अनुसार, मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में कुल 768.5 MM बारिश हुई है, जो सामान्य से 46 प्रतिशत ज्यादा थी. इससे राज्य के बीच से बहने वाली अधिकांश नदियों का जल स्तर बढ़ गया, विशेष रूप से नेपाल से बहने वाली नादियां इसमें शामिल हैं. प्रभावित आबादी के एक चौथाई से अधिक लोग पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और सारण के तीन समीपवर्ती जिलों में रहते हैं, ये सभी गंडक बेसिन में आते हैं, जिसका नाम सुदूर पश्चिम चंपारण जिले के रास्ते नेपाल से बिहार में आने वाली नदी के नाम पर है. इसके अलावा दूसरी नदियां जो विभिन्न स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, उनमें कोशी, बूढ़ी गंडक, कमला, बागमती और अधवारा शामिल हैं. इन जिलों के अलावा, अब तक जलप्रलय से बर्बाद हुए खगड़िया, किशनगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, शेहर, सीवान और समस्तीपुर हैं. बुलेटिन के अनुसार, अब तक बाढ़ में सोलह मवेशी भी मारे गए हैं. NDRF और SDRF की 29 टीम बचाव कार्य में जुटी हैं. इसी कड़ी में अब तक 3.92 लाख लोगों को बचाया गया है, जिसमें कि एक दिन पहले 16,000 लोगों का रेस्क्यू किया गया. हालांकि, केवल 26,732 लोगों ने 19 राहत शिविरों में शरण ली है. साथ ही इन राहत कैंप और कम्युनिटी किचन में Covid-19 से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे उपायों का भी ध्यान रखा जा रहा है.-newsindialive.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in