बेहला मामले ने खोली पोल चरमरा गई है स्वास्थ्य व्यवस्था : प्रभात सिंह
बेहला मामले ने खोली पोल चरमरा गई है स्वास्थ्य व्यवस्था : प्रभात सिंह

बेहला मामले ने खोली पोल चरमरा गई है स्वास्थ्य व्यवस्था : प्रभात सिंह

कोलकाता, 27 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित चिकित्सकों के संगठन नेशनल मेडिको आर्गेनाईजेशन (नमो) के राज्य अध्यक्ष डॉ प्रभात सिंह ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। राजधानी कोलकाता के बेहला इलाके में एक कोरोना मरीज की मौत के बाद मचे विवाद पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी है। दरअसल रविवार रात 12:00 बजे के करीब 62 साल के एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत शाहपुर इलाके में उसके घर में हो गई थी। 16- 17 घंटे बीत जाने के बावजूद उसके अंतिम संस्कार की कोई व्यवस्था स्थानीय प्रशासन की ओर से नहीं की गई थी जिसे लेकर विवाद बढ़ने लगा था। मीडिया में मामला आने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने हस्तक्षेप किया और तब जाकर प्रशासन ने अंतिम संस्कार की व्यवस्था की। इस मामले में मृतक के परिजनों ने दावा किया है कि वह व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव थे बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया था और कहा था कि जब तक मरीज को सांस लेने में तकलीफ ना हो तब तक अस्पताल में भर्ती नहीं की जाए। इसी को आधार बनाकर प्रभात सिंह ने कहा कि यह इस बात का संकेत है कि राज्य में कोविड-19 समर्पित अस्पतालों में बेड की किल्लत हो गई है और अधिक से अधिक लोग अगर पॉजिटिव होने लगे तो बहुत हद तक इसकी आशंका है कि उन्हें चिकित्सा ना मिले। यह इस बात का भी संकेत है कि अगर कोई वृद्ध व्यक्ति कोरोनावायरस पॉजिटिव होता है तो उसे घर पर ही रख कर इलाज करनी होगी और उसे बेहतर चिकित्सा मिलने की संभावना कम रहेगी। प्रभात सिंह ने कहा कि बेहला वाले मामले का संज्ञान राज्य स्वास्थ्य विभाग को लेना चाहिए। इस मामले में किस तरह के दिशा निर्देश दिए गए थे, मरीज को कैसी चिकित्सा मिली, उसकी शारीरिक हालत कैसी थी, घर में उसके इलाज की क्या व्यवस्था थी आदि के बारे में जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले गंभीर हैं। इससे न केवल चिकित्सकीय प्रावधानों का उल्लंघन होता है बल्कि मानवाधिकार का भी उल्लंघन हो रहा है। हम किसी को भी मरने के लिए नहीं छोड़ सकते सिर्फ इस वजह से क्योंकि वह वृद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को लोगों के हित में कोविड-19 अस्पतालों में बेड बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। डॉ प्रभात सिंह ने कहा कि घर में भी इलाज का प्रावधान है लेकिन उसके लिए कई सारे दिशा निर्देश हैं। बेहला वाले मामले में दिशा निर्देशों का पालन किया गया है या नहीं इसकी जांच की जानी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in