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राज्य की प्रमुख सीमाओं को सील कर बांग्लादेशी घुसपैठ को रोकेंगे : राजनाथ सिंह

गुवाहाटी, 14 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि अगर असम में फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आती है तो वह अवैध बांग्लादेशियों के भारत में प्रवेश को रोकने के लिए सीमाओं को पूरी तरह से अवरुद्ध कर देगी। उन्होंने कहाकि आपके आशीर्वाद से हम असम और पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने जा रहे हैं। इन राज्यों की सीमाएं बांग्लादेश के साथ साझा होती हैं। अगर भाजपा यहां सत्ता में आती है तो हम भारत में बांग्लादेशियों के प्रवेश को रोकने के लिए प्रमुख सीमा क्षेत्रों को ब्लॉक करेंगे।” रक्षा मंत्री सिंह ने आज बिश्वनाथ, गोहपुर और डेरागांव में चुनावी रैलियाें को संबोधित किया। उन्होंने कहाकि भारत ने 02 मार्च को बांग्लादेश को भरोसा दिलाया था कि सीमावर्ती राज्य असम में अवैध प्रवासियों की पहचान करने की उसकी प्रक्रिया ढाका को प्रभावित नहीं करेगी। इसके अलावा असम के लिए एनआरसी, असम के लोगों के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया एक रिकॉर्ड है। इसमें राज्य में नागरिकों की पहचान के लिए नाम और कुछ प्रासंगिक जानकारी शामिल है। वर्तमान में एनआरसी केवल असम के लिए है। सिंह ने कहा, “मैं राज्य भर में घरों में शौचालय बनाने के लिए राज्य सरकार को बधाई देना चाहता हूं। मुझे बताया गया है कि असम के सभी जिले अब खुले में शौच से मुक्त हो गये हैं।” उन्होंने आहोम शासनकाल के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बताते हुए लाचित बरफूकन की प्रशंसा की। साथ ही असम को विरांगनाओं की भूमि करार दिया। उन्होंने महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव को याद करते हुए कहाकि उनके द्वारा धर्म, भाषा-संस्कृति की रक्षा के लिए किये गये योगदान उल्लेखनीय हैं। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के गठन के बाद राज्य से उग्रवाद को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था। उस निर्णय के तहत उग्रवाद समाप्ति की ओर है और राज्य की जनता आत्मनिर्भर हो गयी है। भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ही डॉ भूपेन हजारिका को भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही कृषि क्षेत्र, चाय बागान, आत्म सहायक गुट समेत विभिन्न विकास के कार्य भाजपा सरकार ने किया है। उन्होंने स्थानीय भाजपा उम्मीदवार प्रमोद बरठाकुर को विजयी बनाने का आह्वान किया। असम की 14वीं विधानसभा का कार्यकाल 31 मई तक है। 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में 27 मार्च, 01 अप्रैल और 06 अप्रैल को मतदान होने वाला है जबकि 2016 में विधानसभा चुनाव दो चरणों में हुए थे। 15वीं विस के लिए कुल 2,32,44,454 मतदाता असम में करेंगे मतदान- असम की 15वीं विधानसभा (विस) के लिए कुल 2,32,44,454 मतदाता असम में मतदान करेंगे। असम में पहला चरण में 12 जिलों की 47 सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण में 13 जिलों के 39 निर्वाचन क्षेत्र में तथा तीसरे चरण में 12 जिलों के कुल 41 निर्वाचन क्षेत्र में मतदान होगा। वर्ष 2016 में भाजपा ने इतिहास रचते हुए कांग्रेस के 15 साल के शासन को समाप्त कर पहली बार राज्य में सरकार बनाई। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (अगप) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में संयुक्त रूप से 86 सीटें जीतीं थीं। भाजपा को 60 सीटें, अगप को 14 और बीपीएफ को 12 सीटें मिलीं थीं। इस बार के चुनाव में बीपीएफ कांग्रेस वाले गठबंधन में शामिल हो गयी है। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/रामानुज

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