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भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने असम के राज्यपाल से की मुलाकात

-कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा गुवाहाटी, 23 फरवरी (हि.स.)। भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त मुहम्मद इमरान ने मंगलवार को राजभवन में असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी से मुलाकात की और द्विपक्षीय हितों के मुद्दों पर चर्चा की। संभावित क्षेत्रों पर प्रकाश डालते हुए, जहां असम और बांग्लादेश अपने आपसी हितों के लिए सहयोग कर सकते हैं को लेकर राज्यपाल प्रो मुखी ने भारत और बांग्लादेश के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को ध्यान में रखते हुए इस बात पर जोर दिया कि भूमि मार्ग के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार की मात्रा को अधिकतम क्षमता प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में निर्यात के लिए जिन वस्तुओं की अनुमति है वे एक विशिष्ट सूची-सकारात्मक सूची तक ही सीमित हैं। राज्यपाल ने सुझाव दिया कि निर्यात न होने वाली वस्तुओं को उजागर करने वाली एक सूची भी होनी चाहिए ताकि, बाकी सभी वस्तुओं का निर्यात किया जा सके। साथ ही व्यापार की वृद्धि को बढ़ाने के लिए सकारात्मक सूची का विस्तार किया जाना चाहिए। दोनों देशों को वस्तुओं का स्वतंत्र रूप से व्यापार करने में सक्षम होना चाहिए, जिससे क्षमता और आवश्यकता के अनुसार निर्यात और आयात बढ़े। राज्यपाल ने कहा कि बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता भारत-श्रीलंकाई मुक्त व्यापार समझौते के अनुरूप किया जा सकता है, जो कि साफ्टा के स्थान पर है। इस कदम से उत्तर पूर्व में भूमि मार्ग के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। राज्यपाल ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि उत्तर पूर्व से जहाजों द्वारा अपने बंदरगाहों के उपयोग की अनुमति के लिए बांग्लादेश के साथ हाल ही में समझौता इस क्षेत्र के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। साथ ही बांग्लादेश के माध्यम से देश के बाकी हिस्सों के साथ इसका व्यापार बढ़ेगा। यद्यपि बांग्लादेश सरकार ने समझौते को लेकर सहमति व्यक्त किया है, लेकिन वास्तविक समझौता नहीं हुए हैं। इसलिए, राज्यपाल ने एसओपी के गठन और समझौते पर हस्ताक्षर करने में तेजी लाने का अनुरोध किया। उच्चायुक्त ने आश्वासन दिया कि वह बांग्लादेश सरकार के साथ इस मामले को उठाएंगे। प्रो. मुखी ने असम के दौरे पर बांग्लादेश के उच्चायुक्त के सुझाओं को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसियों को आपसी लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए काम करते रहना चाहिए। भारत में बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त डॉ शाह मोहम्मद तनवीर मंसूर भी यात्रा के दौरान उच्चायुक्त के साथ थे। हिन्दुस्थान समाचार / अरविंद

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