
बकरीद मुस्लिम समुदाय के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे ईद-उल-फितर के 70 दिन बाद मनाया जाता है। इसे ईद-उल-अजहा या ईद-उल जुहा भी कहा जाता है। बकरीद मुख्य रूप से कुर्बानी के पर्व के रूप में मनाया जाता है। यह लोगों को सच्चाई की राह में अपना सबकुछ कुर्बान कर देने का संदेश देती है। इस साल भारत में बकरीद एक अगस्त को मनाई जाएगी। इस साल त्योहारों को मनाने का तरीका बिलकुल बदल गया है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से हर साल की इस बार त्योहार ज़्यादा धूमधाम से नहीं मनाया जा सकेगा। इस जानलेवा वायरस से बचाव के लिए सभी को अपने-अपने घरों में ईद मनानी होगी। मुस्लिम समुदाय को घरों पर ही ईद की मनाज़ पढ़नी होगी और ज़्यादा लोगों से मिलने जुलने बचना होगा। कोरोना वायरस के इस दौर में घर पर इस तरह मनाएं ईद: घर को सजाएं अपने घर को सजाएं और ईद पर एक नई थीम के आधा पर सजावट करें। त्योहार के हिसाब से हल्का संगीत भी बजा सकते हैं। त्योहार के लिए तैयार हों चाहे आप इस बार ईद घर पर मना रहे हों, लेकिन आप ईद के लिए तैयार ज़रूर हो सकते हैं। अपने खास कपड़ों के साथ जूलरी और फुटवियर तैयार कर लें। ज़रूरी नहीं कि कपड़े नए हों, अपने पुराने कपड़ों को नई तरह से मिक्स एंड मैच कर पहनें और इस दिन को एंजॉय करें। घर पर पढ़ें नमाज़ सरकार के साथ सभी इस्लामिक संस्थानों से लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच सभी लोग अपने घरों में नमाज़ पढ़ें और ऐसी जगह न जाएं जहां ज़्यादा भीड़ हो। ऐसा करके न सिर्फ आप खुद सुरक्षित रहेंगे, बल्कि अपने परिवार को भी सुरक्षित रखेंगे। दोस्तों और रिश्तेदारों को करें विश अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों को वीडियो कॉल या सोशल मीडिया के ज़रिए विश करें इसके लिए आप स्काइप, गूगल या वॉट्सएप का इस्तेमाल कर सकते हैं। घर पर पकाएं खाना ईद पर सबसे खास होता है खाना। अपने परिवार के साथ मिलकर नई डिशेज़ तैयार करें। खासकर मीठे में आप कई तरह चीज़ें तैयार कर सकती हैं। सबसे साथ मिलकर खाएं। ज़्यादा न खाएं ईद पर पका खास तरह के पकवान की खुशबू से सभी के मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन, ज़रूरत से ज़्यादा खाना न खाएं। अपनी सेहत और पेट का भी ख्याल रखें। सोशल डिसटेंसिंग अगर आपको किसी वजह से घर से बाहर निकला पड़ता है, तो मास्क लगाना न भूलें। बाज़ार में लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखें। सैनीटाइज़र का इस्तेमाल करें। घर वापस आने पर हाथ धोएं और हो सके तो जूते भी धोएं।-newsindialive.in