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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 48 लोगों को दिया अवॉर्ड

नई दिल्ली, 08 मार्च (हि.स.)। हर वर्ष 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दिल्ली महिला आयोग उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है जिन्होंने देश की महिलाओं के हितों के लिए और देश का नाम रौशन करने का काम किया है। इस वर्ष भी महिला आयोग द्वारा सोमवार को इस अवसर पर एक भव्य अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य अतिथि रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। कार्यक्रम में डिफेंस, खेल, सामाजिक संस्थाओं और आम नागरिकों को उनके शानदार कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस वर्ष आयोग द्वारा 48 ऐसे अवॉर्ड दिए गए। इनमें से कुछ मुख्य चेहरे थे कैप्टन तानिया शेरगिल, देश की पहली महिला जिन्होंने गणतंत्र दिवस परेड में पुरुष दस्तों का नेतृत्व किया। इसी क्रम में सीआरपीएफ की डेयरडेविल बाइकर दस्ता जिसका नेतृत्व किया इंस्पेक्टर सीमा नाग ने, भारतीय क्रिकेट टीम की सदस्य और एयर फोर्स की जवान शिखा पांडेय। इसके अतिरिक्त और भी कई डिफेंस क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को सम्मानित किया गया। आयोग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार के महिला बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल, सांसद संजय सिंह, वायु सेना के एयर मार्शल और कई बड़े अधिकारी रहे। 80 वर्षीय पंजाब की दादी मोहिंदर कौर किया सम्मानित दिल्ली में पिछले 100 दिनों से चल रहे कृषि आंदोलन के दौरान चर्चा में आईं 80 वर्षीय पंजाब की दादी मोहिंदर कौर को भी दिल्ली महिला आयोग ने सम्मानित किया। दादी मोहिंदर कौर उस समय सुर्खियों में आईं थीं जब एक्ट्रेस कंगना रनौत ने ट्विटर पर दादी के बारे में अपमानजनक ट्वीट किए थे। आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने उस समय भी दादी पर की गई इस टिपण्णी का विरोध किया था। दिल्ली महिला आयोग ने दादी को उनके जज्बे के लिए सम्मानित किया एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अवॉर्ड दिया। दिल्ली पुलिस की महिला पुलिसेकर्मी भी हुई सम्मानित दिल्ली पुलिस की हेड कांस्टेबल सीमा ढाका के साथ साथ आयोग ने पुलिस विभाग के भी कई अफसरों को सम्मानित किया जिन्होंने अपने कार्य से महिलाओं और बच्चों की जान बचाई। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा दिल्ली पुलिस के जवानों को अवॉर्ड दिलवाकर सम्मानित किया गया। 11 वर्षीय पर्यावरण एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम को मिला अवॉर्ड 11 वर्षीय पर्यावरण एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम को भी आयोग से अवॉर्ड मिला। साथ ही 85 वर्षीय महाराष्ट्र की शांता बालू पवार को भी सम्मानित किया गया। कुछ महीनों पहले शांता ताई की वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी जिसमें शांता ताई लाठी से अपनी कला का प्रदर्शन करती देखी गईं थीं। उन्हें सोशल मीडिया पर "वॉरियर आजी" के नाम से भी जाना जाता है। वहीं इंस्टाग्राम की बड़ी सेलिब्रिटी कुशा कपिला और डॉली सिंह को भी आयोग द्वारा सम्मानित किया गया। कुशा और डॉली महिलाओं से जुड़े विषयों पर कॉमेडी वीडियो बनाती हैं जिसे करोड़ों लोग देखते हैं। महिला साइंटिस्ट्स को किया सम्मानित आयोग द्वारा चंद्रयान- 2 की महिला साइंटिस्ट्स को भी सम्मानित किया गया। विज्ञान के क्षेत्र में चंद्रयान 2 भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि की तरह देखा जाता है। एसिड अटैक लक्ष्मी अग्रवाल को किया सम्मानित आप सबने दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘छपाक’ के बारे में जरूर सुना होगा। जिस महिला के जीवन पर ये फिल्म आधारित है, उनका नाम है लक्ष्मी अग्रवाल। लक्ष्मी पर एक बहुत छोटी उम्र में एसिड से हमला किया गया था और उसके बाद भी लक्ष्मी आज हर इंसान के लिए एक मिसाल बनकर उभरी है। इसी क्रम में शाहरुख खान की संस्था मीर फाउंडेशन को भी आयोग ने सम्मानित किया। मीर फाउंडेशन एसिड अटैक पीड़िताओं की निशुल्क सर्जरी करवाने के लिए प्रख्यात है। उन्नाव बलात्कार केस के वकील को किया सम्मानित पिछले वर्ष उन्नाव बलात्कार केस बहुत चर्चा में रहा था जब भाजपा के विधायक कुलदीप सेंगर द्वारा एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया गया था और उसके बाद उसके परिवार के सदस्यों को भी जान से मारा गया। उस समय बाहुबली सेंगर के खिलाफ कोर्ट में लड़ाई लड़ने को तैयार हुए वकील महेंद्र सिंह को भी सम्मानित किया गया। उन्नाव पीड़िता और महेंद्र की गाड़ी का एक्सिडेंट हुआ था जिसके बाद महेंद्र ने जिन्दगी से लंबी जंग लड़ी लेकिन पिछले वर्ष उनका निधन हो गया। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल उस समय से ही उन्नाव पीड़िता और वकील के परिवार के साथ हैं जबसे उन पर ये हमला हुआ था। दंगे में की थी लोगों की मदद मोहिंदर सिंह और प्रेमकांत पिछले साल हुए दंगों में सरदार मोहिंदर सिंह ने अपने बेटे के साथ स्कूटी व बाइक से करीब तीस लोगों जी जान बचाई, उसी दौरान एक परिवार को दंगों से बचाते हुए प्रेमकांत भी आग में 70 प्रतिशत झुलस गये गए। आयोग द्वारा इन दोनों को सम्मानित किया गया। गलवान घाटी में हुए शहीद सरदार को भी मिला अवॉर्ड पिछले वर्ष गलवान घाटी में शहीद हुए 21 वर्षीय जवान सरदार गुरतेज सिंह को भी आयोग द्वारा सम्मानित किया गया। शहीद गुरतेज की माता जी को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा अवॉर्ड दिया गया। ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट भी हुए सम्मानित इसी क्रम में आयोग द्वारा कई ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट को भी सम्मानित किया गया जिनमें से मुख्य चेहरा रहीं महाराष्ट्र की रहने वाली लक्ष्मी। वहीं खेल जगत में देश का नाम रौशन करने वालीं पहली गोल्फ खिलाड़ी दीक्षा डागर को भी महिला आयोग द्वारा सम्मानित किया गया। संघर्ष पूर्ण जीवन के बाद भी कुश्ती में नाम करने वाली नीतू सरकार को भी अवॉर्ड दिया गया है। अवॉर्ड की लिस्ट में आम आदमी और औरत भी शामिल अवॉर्ड्स सेरेमनी में सम्मान पाने वालों में दिल्ली के कई आम आदमी और औरत भी हैं। आयोग का कहना है कि इन अवॉर्ड्स का मकसद देश के हर नागरिक को प्रोत्साहित करना है और साथ ही उन महान लोगों को सामने लाना है जिन्होंने महिलाओं कि रक्षा और उत्थान के लिए समाज में बेहतरीन काम किया है। महिला आयोग देश का इकलौता आयोग: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि "दिल्ली महिला आयोग देश का इकलौता आयोग है जिसे लोग उसके काम से पहचानते हैं। स्वाति मालीवाल ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए तस्करी, अवैध शराब इत्यादि के तस्करी पर रोक लगाने का काम किया है। दिल्ली महिला आयोग हर वर्ष इन अवॉर्ड्स के जरिए देश की उन कहानियों की सामने लेके आता है जो हम तक शायद आमतौर पर नहीं पहुंच पाती। हमारे बीच पंजाब से 80 साल की दादी मोहिंदर कौर जी आईं, पुणे से शांता ताई आईं। ऐसी न जाने कितनी कहानियां है जिन्होंने हमारे देश का नाम रौशन किया है। मैं आज सभी महिलाओं को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सलाम करता हूं और आज के दिन की ढेरों शुभकामनाएं देता हूं."। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने सभी अवॉर्डी और जनता को महिला दिवस की बधाई देते हुए स्वाति के कार्य की तारीफ की। राजेंद्र गौतम ने दिल्ली सरकार द्वारा महिला उत्थान के कार्यों का भी विवरण किया। बच्चियों और महिलाओं की शिक्षा महत्त्व: उपमुख्मंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली के उपमुख्मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार द्वारा बच्चियों और महिलाओं की शिक्षा के महत्त्व पर ज़ोर देते हुए अपनी सरकार द्वारा किए कामों के बारे में बताया। दिल्ली सरकार जिस प्रकार शिक्षा क्रांति का सूत्रधार बनी है उससे दिल्ली की बच्चियों का भविष्य सुनहरा हुआ है। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली पुलिस के भी कई अफसरों को पुरस्कृत किया और उनका हौसला बढ़ाया। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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