असम और बिहार बाढ़ से बेहाल, 46 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
असम और बिहार बाढ़ से बेहाल, 46 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

असम और बिहार बाढ़ से बेहाल, 46 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित

असम में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है, हालांकि राज्य के 33 में से 22 जिलों में 22.34 लाख लोग प्रभावित हैं तथा एक और व्यक्ति की मौत हो चुकी है। गोलाघाट जिले के बोकाखाट में एक व्यक्ति की मौत होने के बाद इस वर्ष आई बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 129 हो गई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया कि बाढ़ संबंधित घटनाओं में 103 लोगों की मौत हो गई और भूस्खलन के कारण 26 की जान चली गई। एएसडीएमए ने कहा कि रविवार से अब तक आपदा से प्रभावित लोगों की संख्या 2.42 लाख घटी है और एक जिला बाढ़ के प्रभाव से मुक्त हुआ है। बारपेटा में 3.81 लाख और मोरीगांव जिले में तीन लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और जिला प्रशासन समेत स्थानीय लोगों ने पिछले चौबीस घंटों में 97 असहाय लोगों की जान बचाई है। एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 2,026 जिले प्रभावित हैं और पूरे असम में 22.34 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। जिला प्रशासन 15 जिलों में 432 राहत शिविर चला रहा है जिनमें 45,565 लोगों को आश्रय मिला है। बिहार के 11 जिलों की 24.42 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित बिहार के 11 जिलों की 24.42 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके साथ ही 1,67,005 लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 11 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया एवं सारण जिले के 93 प्रखंडों के 765 पंचायतों की 24,42,725 आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों को भोजन कराने के लिए 703 सामूदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है। दरभंगा जिला में सबसे अधिक 14 प्रखंडों के 154 पंचायतों की 887702 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। बिहार के बाढ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 25 टीमों की तैनाती की गयी है । इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश देते हुये कहा है कि बाढ़ प्रभावित जिलों में बाहर लाये जा रहे लोगों को अच्छे राहत शिविरों में बेहतर व्यवस्था के साथ रखा जाये। जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढी गंडक नदी मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं खगडिया में, कमला बलान नदी मधुबनी में, लालबकिया नदी पूर्वी चंपारण में, गंगा नदी भागलपुर में, अधवारा नदी सीतामढी में और खिरोई नदी दरभंगा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जल संसाधन विभाग के अनुसार सभी बाढ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं।-newsindialive.in

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