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असम विस चुनाव 2021 : बीपीएफ के तीनों मंत्री हारे, अगप के तीनों मंत्री जीते

गुवाहाटी, 02 मई (हि.स.)। असम के बोडोलैंड की परिषदीय सत्ता पर 17 वर्षों तक काबिज रही बीपीएफ का यह दावा था कि वह जिस किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन में जाती है तो उसकी ही सरकार बनती है। ऐसा पहले हो चुका है, लेकिन इस बार के चुनाव में बीपीएफ का यह आत्मविश्वास उसे ले डूबा। इस बार के चुनाव में भाजपा ने बीपीएफ को भाव न देते हुए बोडोलैंड में यूपीपीएल के साथ समझौता किया। बीटीसी की परिषदीय सत्ता में दोनों पर्टियां भाजपा व यूपीपीएल ने सत्ता संभालने के बाद विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा। यही कारण है कि बीटीसी की 12 सीटों में लंबे समय से काबिज रहने वाली पार्टी बीपीएफ के खाते में इस बार सिर्फ चार सीटें ही आई हैं। उल्लेखनीय है कि 2021 के विस चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन के तहत लड़ने वाली अगप कोटे के असम सरकार के तीनों मंत्री चुनाव जीत गये हैं। अगप के प्रमुख नेताओं में पार्टी अध्यक्ष अतुल बोरा, कार्यकारी अध्यक्ष केशव महंत और फणिभूषण चौधरी शामिल हैं। ये तीनों नेता एक बार फिर से चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। वहीं दूसरी जीत का दावा करने वाली बीपीएफ पार्टी के कोटे से असम सरकार में तीन मंत्री रहे नेता अपना चुनाव हार गये हैं। बीपीएफ कोटे के तीनों मंत्रियों में प्रमीला रानी ब्रह्म, रिहन दैमारी और चंदन ब्रह्म शामिल हैं। बीपीएफ के इन तीनों कद्दावर नेताओँ के हारने से यह साफ हो गया है कि बीटीसी इलाके में बीपीएफ का प्रभाव अब काफी कम हो गयी है। सुबह आठ बजे से जारी मतगणना के नतीजे अभी पूरी तरह से आधिकारिक तौर पर चुनाव आयोग ने जारी नहीं किया है। जारी चुनाव नतीजे और रूझानों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि, भाजपा अपने सहयोगियों की मदद से सत्ता के जादूई आंकड़े 64 सीटों को पार कर चुकी है। चुनाव आयोग द्वारा घोषित आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार एआईयूडीएफ 9 सीटें जीत चुकी है जबकि, 7 सीटों पर बढ़ बनाए हुए है। रूझान व नतीजों के अनुसार एआईयूडीएफ के खाते में 16 सीटें आई हैं। जो पिछले विस चुनाव की जीत से 03 अधिक है। अगप 8 सीटों पर जात चुकी है, एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है। इस तरह अगप के खात में कुल 09 सीटें आती दिखाई दे रही हैं। वहीं भाजपा 44 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, जबकि 15 सीटों पर बढ़त बनी हुई है। इस तरह से भाजपा की जीत व रुझान कुल 59 सीटों की है। बीपीएफ ने 03 सीट जीतने के साथ ही 01 सीट पर बढ़त बनाए हुए है। बीपीएफ के खाते में 04 सीटें आती दिखाई दे रही हैं। पिछले चुनाव में बीपीएफ 12 सीटें मिली थीं। भाकपा (मार्क्सवादी) को भी 01 सीट पर जीत हासिल हुई है। जबकि एक सीट पर जीत व एक पर बढ़त के साथ निर्दलीय कुल सीटों पर जीतते नजर आ रहे हैं। जबकि, कांग्रेस पार्टी 18 सीटें जीत चुकी है तथा 11 सीटों पर बढ़ बनी हुई है। इस तरह कांग्रेस जीत व रूझान मिलकर कुल 29 सीटों पर जीतती नजर आ रही है। वहीं यूपीपीएल 06 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है। इस बार के चुनाव में भाजपा अपने सहयोगियो के साथ 74 सीटों पर जीत व बढ़त बनाए हुए है। वहीं कांग्रेस की बात करें तो अपने सहयोगियों के साथ कुल जीत व बढ़त 50 सीटों की नजर आ रही है। माना जा रहा है कि अंतिम परिणाम सामने आने में अभी कुछ और समय लगने वाला है। हालांक अनौपचारिक आंकड़ें काफी पहले ही सामने आ चुके हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद

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