अरुंधति रॉय का विवादास्पद भाषण पाठ्यक्रम तत्काल हटाने का किया आग्रह
अरुंधति रॉय का विवादास्पद भाषण पाठ्यक्रम तत्काल हटाने का किया आग्रह

अरुंधति रॉय का विवादास्पद भाषण पाठ्यक्रम तत्काल हटाने का किया आग्रह

अरुंधति रॉय का विवादास्पद भाषण पाठ्यक्रम तत्काल हटाने का किया आग्रह नई दिल्ली| शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक एवं केरल के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान को पत्र लिख कर कालीकट विश्वविद्यालय में बी.ए. अंग्रेज़ी साहित्य के तृतीय वर्ष के पाठ्यक्रम में कथित राष्ट्र विरोधी सामग्री को तत्काल प्रभाव से हटाने का आग्रह किया है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की आज यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि कालीकट विश्वविद्यालय के उपरोक्त पाठ्यक्रम में “ब्रेकिंग इंडिया” की प्रमुख वक्ता अरुंधती रॉय के एक भाषण ‘कम सितम्बर’ नामक भाषण का समावेश किया गया है जिसे अरुंधति रॉय ने वर्ष 2००2 में अमेरिका में दिया था। AICTE ने बताया- इस साल इंजीनियरिंग संस्थानों और बिजनेस स्कूलों सहित 179 कॉलेज हुए बंद श्री कोठारी ने कहा कि इस भाषण में अरुंधति रॉय ने हिंदू धर्म का उल्लेख ‘सांप्रदायिक फासीवादी’ कह कर किया है तथा दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व की तत्कालीन सरकार को भी फासीवादी एवं कश्मीर में राज्य प्रायोजित आतंकवाद चलाने वाली सरकार कहा है। उन्होंने 2००2 के गुजरात में हुए दंगों को ‘राज्य समर्थित जनसंहार’ की उपमा दी है। आत्मघाती हमला करने वाले आतंकवादियों का बचाव करते हुए लिखा है “हमें आतंकवादी की निंदा करना सिखाया जाता है किंतु वो इस स्थिति तक क्यों पहुँचा इसका विचार भी हमें करना चाहिए।” उन्होंने आगे बताया कि इन उदाहरणों से स्पष्ट है कि इस भाषण का एवं भाषण देने वाली वक्ता की मंशा राष्ट्र विरोधी भावना को बढ़ावा देने वाली ही है। देश के किसी भी विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में इस प्रकार का पाठ पढ़ाना राष्ट्रद्रोह समान है। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के दक्षिण क्षेत्र के संयोजक ए. विनोद ने कहा कि शीर्ष स्तर पर पत्राचार में पाठ्यपुस्तक समिति एवं विश्वविद्यालय के कुलपति पर भी उचित कार्रवाई किए जाने की माँग की गई है। Thank You, Like our Facebook Page - @24GhanteUpdate 24 Ghante Online | Latest Hindi News-24ghanteonline.com

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