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अरुणाचल बजटः भारत-तिब्बत सीमाई क्षेत्र में बनेंगे मॉडल गांव

इटानगर, 03 मार्च (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के सात दिवसीय विधानसभा सत्र के चौथे दिन बुधवार को वित्त मंत्री चोना मीन ने वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया। उन्होंने अपने बजट संबोधन में राज्य के अनेक विकास कार्यों और योजनाओं की रूप-रेखा पेश की। वित्त मंत्री ने कहा कि विकास की एक बड़ी पहल की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है कि भारत-तिब्बत के चीन के सीमावर्ती क्षेत्र में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन मॉडल गांवों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए इस साल के बजट में 30 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। तीन गांव अरुणाचल प्रदेश के पूर्व, मध्य तथा एक पश्चिमी हिस्से में बनाया जाएगा। इन मॉडल गांव को पायलट प्रोजेक्ट के रूप लिया जाएगा और बाद में इस तरह के और अधिक गांवों का आने वाले समय में विस्तार किया जाएगा। इसके साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक जरूरतों को पूरा करने के तरीकों को भी योजना में शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वसन दिया कि ये मॉडल गांव इस तरह से बनाये जाएंगे कि हमें उस पर गर्व महसूस होगा। उल्लेखनीय है कि इस तरह के मॉडल गांवों के निर्माण से सीमावर्ती इलाका देश की राजधानी से सीधे तौर पर बेहतर कनेक्टिविटी के जरिए जुड़ सकते हैं, जिससे चीन की सीमा पर होने वाली गतिविधियों का समय रहते पता चल सकता है। इस तरह की व्यवस्था तेजी से सीमावर्ती गांवों में विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सस्पेंशन ब्रिजों के लिए 05 करोड़ रुपये आवंटित करने का भी बजट में प्रस्ताव किया गया है ताकि हमारे सीमा सुरक्षा बल का उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम सीमा ग्राम रोशनी कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं। इसके लिए 40 करोड़ रुपये का बजट में प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने यह निर्णय उसी समय ले लिया था जब अरुणाचल प्रदेश के भारत-चीन क्षेत्र में चीन द्वारा अपना आधारभूत ढांचा तैयार करने की खबरें मीडिया में चल रही थी। हिन्दुस्थान समाचार /तागू/ अरविंद

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