स्मार्ट हो रहीं आंगनबाड़ी, होगा बच्चों का सर्वांगीण विकास - मुख्यमंत्री

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लखनऊ, 28 सितंबर (आईएएनएस)। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को स्मार्टफोन और आंगनबाड़ी केंद्रों को इंफेंटोमीटर प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि तकनीक से जुड़कर आंगनबाड़ी बहनें स्मार्ट होंगी। हर बच्चे के स्वास्थ्य की सीधी जानकारी मिलेगी। दैनिक कामकाज आसान होगा और काम में पारदर्शिता आएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को 1,23,000 आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों को स्मार्टफोन और 1,87,000 आंगनबाड़ी केंद्रों को इंफेंटोमीटर वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे थे। लोकभवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के हाथों 20 कार्यकत्र्रियों को स्मार्टफोन मिला, जबकि 10 बहनों को वृद्धि निगरानी यंत्र (ग्रोथ मॉनीटरिंग डिवाइस) प्रदान किया गया। वहीं, जिलों में आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने कोरोना नियंत्रण में आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों की प्रभावी भूमिका को भी सराहा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान इन बहनों ने घर-घर जाकर लोगों को राशन पहुंचाया, दवाइयां दी, बीमार लोगों के टेस्ट कराये। यह असाधारण काम था। तब, जबकि सम्पन्न लोग घरों में बैठे थे, तब हमारी आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम बहनें फील्ड में थीं। अपनी निष्ठा और काम से कार्यकत्र्रियों ने लोगों की धारणा को बदला है। वहीं, इंसेफेलाइटिस बीमारी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 1977 से 1997 तक किसी ने भी मासूमों की सुध नहीं ली। गोरखपुर-बस्ती मंडल के अस्पतालों में एक बेड पर चार-चार बच्चों का इलाज होता था। किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया। 2017 में हमारी सरकार आने के बाद हमने इसके खात्मे के लिए काम किया। यह आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ी बहनें ही थीं जिन्होंने दस्तक अभियान को सफल बनाया। आज अगर इंसेफेलाइटिस से मौत को 95-97 फीसदी तक काबू कर यूपी इंसेफेलाइटिस उन्मूलन की कहानी लिख रहा है तो इसका बड़ा श्रेय आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों को दिया जाना चाहिए। योगी ने कहा कि एक समय आंगनबाड़ी पंजीरी भ्रष्टाचार के लिए बदनाम था। यह शासन की छवि तो खराब करता ही था, आंगनबाड़ियों पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता था। हमने इस संबंध में कोशिश की और आज गर्भवती/धात्री महिलाओं की सेहत के अनुसार उपयोगी पोषण आहार जिले में ही तैयार हो रहा है। महिला, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की मंत्री स्वाति सिंह ने स्मार्टफोन वितरण को ई-गवर्नेंस का उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी गुड गवर्नेंस के लिए संकल्पित हैं और गुड गवर्नेंस के लिए ई-गवर्नेंस बड़ा उपयोगी माध्यम है। विभागीय मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों-सहायिकाओं के मानदेय बढ़ोतरी के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जताया। आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों को मिले 03 जीबी रैम और 32 जीबी इंटरनल मेमोरी की क्षमता वाले 6.3 इंच स्क्रीन साइज के एंड्रॉयड आधारित इस स्मार्टफोन में मोबाइल डिवाइस मैनेजमेंट (एमडीएम) सॉफ्टवेयर है। --आईएएनएस विकेटी/एएनएम

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