सीनियर आईपीएस आलोक मित्तल को बनाया क्रिमिनल इनवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट का एडीजीपी
जुलाई महीने में नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) में डेपुटेशन पूरा करके लौटे हरियाणा कैडर के सीनियर आईपीएस आलोक मित्तल को क्रिमिनल इनवेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) का एडीजीपी बनाया गया है। हालांकि जब वे लौटे थे तो उन्हें सीआईडी का ओएसडी नियुक्त किया गया था। इस संबंध में नए आदेश गुरुवार को गृह विभाग के एसीएस विजय वर्धन ने जारी किए हैं। कौन है आईपीएस आलोक मित्तल इलाहाबाद में 1969 में पैदा हुए आलोक मित्तल ने आईआईटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग, उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पुलिस मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री, नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ से सायबर लॉ में पीजी डिप्लोमा भी किया है। वे 1993 में यूपीएससी की परीक्षा उतीर्ण करके आईपीएस बने थे। पुलिस में आने से पहले उन्होंने करीब साल भर तक जमशेदपुर में टाटा मोटर्स में नौकरी की थी। उन्होंने हरियाणा कैडर ज्वाइन किया था। आईपीएस आलोक ने ही देश में सबसे पहले 2007 में फरीदाबाद में बतौर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महिला पीसीआर शुरू की थी। जब तेलगी स्टाम्प मामला हुआ था, तब आलोक सीबीआई में एसपी थे। उन्होंने ही इस मामले में बाद में आयकर विभाग को शामिल किया, ताकि तेलगी की संपत्ति और आय का आकलन विधिवत हो सके। इसके अलावा सायबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ रक्षित टंडन के साथ उन्होंने ही गुड़गांव में साइबर सेफ कैंपेन शुरू किया था। इसमें छात्रों, टीचर और माता-पिता को साइबर सुरक्षा से संबंधित मामलों के बारे में शिक्षित किया गया था। उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी नवाजा गया है।-newsindialive.in