ajmer-dargah-committee-handed-over-50-bed-kovid-care-center-to-district-administration
ajmer-dargah-committee-handed-over-50-bed-kovid-care-center-to-district-administration

अजमेर दरगाह कमेटी ने 50 बिस्तरों वाला कोविड केयर सेंटर जिला प्रशासन को सौंपा

- ऑक्सीजन बेड और दवाओं के साथ तमाम सुविधाओं से है लैस एम. ओवैस/मोहम्मद शहजाद नई दिल्ली, 20 मई (हि.स.)। अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह का प्रबंध संभालने वाली दरगाह कमेटी ने कोविड-19 महामारी से लोगों को बचाने के लिए गुरुवार को 50 बिस्तरों वाला कोविड केयर सेंटर अजमेर जिला प्रशासन के सुपुर्द कर दिया। कावड़ विश्राम स्थली में बनाए गए इस सेंटर में ऑक्सीजन बेड के साथ-साथ तमाम आधुनिक सुविधाएं दरगाह कमेटी की तरफ से उपलब्ध कराई गई हैं। इस सेंटर का विधिवत उद्घाटन वर्चुअल तौर पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने किया। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रघू शर्मा और दरगाह कमेटी के चेयरमैन अमीन पठान, कमेटी के सभी सदस्य व नाजिम अशफाक अहमद भी वर्चुअल रूप में उपस्थित थे। दरगाह कमेटी की तरफ से बनाए गए इस कोविड केयर सेंटर में कमेटी के तरफ से अजमेर वासियों की सेवा के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहां पर 50 बिस्तरों के अलावा ऑक्सीजन बेड, दवाओं आदि की भी की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सेंटर पर मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है। उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि देश में महामारी से लोगों को बचाने के लिए सरकार की तरफ से हर संभव प्रयास किया जा रहा है। दरगाह कमेटी की तरफ से कोविड केयर सेंटर को खोल कर अजमेर वासियों को महामारी से बचाने के लिए प्रयास किया गया है। नकवी ने इसके लिए दरगाह कमेटी का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस विकट परिस्थिति में कमेटी ने अपना योगदान देकर मानवता की सेवा के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। कमेटी के चेयरमैन अमीन पठान का कहना है कि कमेटी की तरफ से आज 50 बिस्तरों के इस कोविड केयर सेंटर को जिला प्रशासन को सुपुर्द करते हुए हमें खुशी हो रही है। उनका कहना है कि दरगाह कमेटी की तरफ से कोविड-19 से निपटने के लिए पहले से भी कई काम किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो इस कोविड केयर सेंटर में बिस्तरों की संख्या को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in