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अखबार की विश्वसनीयता को लेकर हिंदू समूह के सदस्यों के बीच छिड़ा वाकयुद्ध

चेन्नई, 25 जुलाई (आईएएनएस)। द हिंदू पब्लिशिंग ग्रुप (टीएचजी) की अध्यक्ष मालिनी पार्थसारथी और टीएचजी के निदेशक एन. राम के बीच ट्विटर पर वाकयुद्ध छिड़ गया है। 22 जुलाई को, द हिंदू दैनिक के पूर्व संपादक, पार्थसारथी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ट्वीट किया था : आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का सौभाग्य मिला और एक रोशन बातचीत की, जिसमें उन्होंने सामयिक सार्वजनिक हित के मुद्दों पर अपना दृष्टिकोण साझा किया। एक दिन पहले, मालिनी ने वित्तमंत्री के साथ अपनी मुलाकात के बारे में ट्वीट किया था : मौजूदा मुद्दों पर मस्तिष्क और उत्साही केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ एक जीवंत और सुखद चर्चा हुई। जाहिर तौर पर मालिनी के ट्वीट्स के संदर्भ में, प्रॉग एट द रेट मिसेज डोसो लिट्ल नाम के एक ट्विटर यूजर ने राम से पूछा : एट द रेट एनरामइंडव्हाइ सर, क्यों? हिंदू की मेहनत की कमाई को बर्बाद किया जा रहा है। जिस पर राम ने जवाब दिया था : मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है। मैं आपको जो आश्वासन दे सकता हूं, वह यह है कि हम द हिंदू की कड़ी मेहनत से अर्जित प्रतिष्ठा और 142 से अधिक साल की विरासत को बहने से रोकने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे। उस पर प्रतिक्रिया देते हुए, मालिनी पार्थसारथी ने ट्वीट किया : हमारी 142 से अधिक वर्षो की कड़ी मेहनत की प्रतिष्ठा ऐसी रिपोर्टिग द्वारा बनाई गई थी, जो तथ्यात्मक थी और राजनीतिक पूर्वाग्रह या पूर्वाग्रह से प्रेरित नहीं थी। हम द हिंदू अपनी रिपोर्टिग और कमेंट्री की ईमानदारी और विश्वसनीयता को बहाल करने के लिए दृढ़ हैं। हमारी महान विरासत को पुनर्जीवित करने का यही एकमात्र तरीका है। ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने अपने ट्वीट में निहित किया कि द हिंदू दैनिक ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है और वह उसी को बहाल करने की कोशिश कर रही हैं। --आईएएनएस एसजीके/आरजेएस

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