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पांच महापुरुषों के सपनों से एकल अभियान संचालित: रामबहादुर राय

अनूप शर्मा नई दिल्ली, 06 मार्च (हि.स.)। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय ने शनिवार को कहा कि पांच महापुरुषों भगवान राम, महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, डॉ अम्बेडकर और डॉ. हेडगेवार के सपनों से संचालित हो रहा है। दिल्ली के लाजपत भवन ऑडिटोरियम में शनिवार को एकल श्रीहरि रजत जयंती-2021 के दो दिवसीय महोत्सव का आगाज महर्षि वशिष्ठ सत्र से किया गया। इस महोत्सव की थीम थी ‘भारत के रंग एकल के संग’। कार्यक्रम की शुरूआत भगवान राम के भजन से किया गया। इस कार्यक्रम के अतिथि वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय, इंडिया टीवी के मालिक रजत शर्मा और विश्व हिंदू परिषद से मिलिंद पराडे और जी न्यूज के सुधीर चौधरी उपस्थिति थे। कार्यक्रम में सिद्धार्थ शंकर गौतम द्वारा संपादित पुस्तक ‘स्वराज का शंखनाद- एकल अभियान’ पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया। वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय ने ‘स्वराज का शंखनाद- एकल अभियान’ पुस्तक अपनी बात रखते हुए कहा कि हम स्वामी विवेकानंद के स्वप्नों का भारत बनाएंगे। हम महात्मा गांधी के चिंतन का ग्राम स्वराज्य लाएंगे। हम डॉ अंबेडकर की कल्पना को सम्मान दिलाएंगे। हम डॉ. हेडगेवार के विचार का वैभवशाली राष्ट्र बनाएंगे। हम राम जी की सेना बनकर देश में रामराज्य लाएंगे। उन्होंने कहा ये जो पांच बाते हैं और इन पांच महापुरुषों के जो सपने थे, उन सपनों से एकल अभियान संचालित है। उन्होंने कहा कि एकल ने अपने ध्येय वाक्य को साकार किया है। महात्मा गांधी के सपनों का भारत सही मायनों में एकल ने बनाया है। गांधीजी का स्वप्न एकल का सपना बना है। उन्होंने कहा कि 1 लाख एकल गाँव सत्ता के चार केंद्रों का प्रतिरूप हों। उन्होंने एकल अभियान को शुभकामनाएं देते हुए उसके उत्तरोत्तर प्रगति की कामना भी की। कार्यक्रम के दौरान रजत शर्मा ने कहा एकल जिस तरह से काम कर रहा है उससे हमें जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एकल संस्था जिस तरह से कोरोना काल में वनवासियों के बीच जाकर उनको आत्मनिर्भर बनाने से लेकर कोरोना से बचने तक के उपाय एकल संस्था ने किया उसके लिए मैं उन्होंने दिल से आभार व्यक्त करता हूं। इस दौरान उन्होंने कहा ‘मैं दिया हूं, मेरी दुश्मनी अंधेरों से है। हवाएं तो खामा खा मेरे खिलाफ है। हवाओं से कह दो खुद को आजमा कर दिखाए दिए बहुत बुझाएं है एक दिया जलाकर दिखाए। इसी दिए को एकल संस्थान वनवासियों के बीच में जलाने का काम कर रही है। वरिष्ठ पत्रकार अंशुमान तिवारी ने एकल को समाज जीवन की गीता बताते हुए कहा कि शिक्षा पद्धति में विज्ञान और चरित्र का समावेश ही सही शिक्षा है। इसे शासन से दूर रखना चाहिए। सही मायने में शिक्षा समाज के हाथों में ही रहना चाहिए। कार्यक्रम में सिद्धार्थ शंकर गौतम द्वारा लिखित पुस्तक स्वराज का शंखनाद-एकल अभियान का विमोचन भी हुआ। बजरंग बागड़ा ने एकल श्री हरि सत्संग समिति की कार्य योजना पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में श्री हरि सत्संग समिति के कथाकारों की फ़िल्म का प्रदर्शन हुआ। हिन्दुस्थान समाचार

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