113-year-old-pato-devi-of-hisar-is-becoming-an-inspiration-for-the-youth
113-year-old-pato-devi-of-hisar-is-becoming-an-inspiration-for-the-youth

युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन रही हिसार की 113 वर्षीय पातो देवी

सुबह दही रोटी का नाश्ता तो गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक की है शौकीन इस उम्र में बस एक ही आस, कि पड़पोते की बहू का मुख देखे राजेश्वर बैनीवाल हिसार, 18 फरवरी। पुराने जमाने का शुद्ध खानपान मनुष्य को जीवनभर काम आता है। इसी को चरितार्थ करते हुए जिले के आदमपुर गांव की पातो देवी 113 वर्ष की उम्र में भी न केवल अपने सभी काम स्वयं करती है बल्कि सुबह-शाम टहलने भी जाती है। पातो देवी गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक पीने की शौकीन है। जी हां, बुढ़ापा और कुछ उम्र अधिक होने पर जहां मनुष्य चल फिर नहीं पाता और दूसरों का मोहताज बन जाता है वहीं आदमपुर गांव की पातो देवी इसे झुठला रही है। अपने भरे-पूरे परिवार में पोत्रों व पड़पोतियों को दुलारती नजर आती है। पातो देवी को देखने वाले यही सोचते हैं कि शायद वह ठीक से चल भी नहीं पाती होगी। बड़ी उम्र में बिना किसी के सहारे के वृद्ध अपनी चारपाई से खड़े भी नहीं हो सकते परंतु गांव की यह सबसे वृद्ध महिला न केवल स्वयं नित्य कार्य कर रही है बल्कि घर के बाहर सुबह-सायं आराम से टहलने भी निकल जाती है। पातो देवी रोटी को चबा-चबा कर इस तरह खाती है जैसे कोई जवान खाता है। उम्र का शतक पार कर चुकी पातो देवी सुबह दही-रोटी, दिन में सब्जी-रोटी व कई बार चाय पीती है वहीं गर्मियों में वह प्रतिदिन कोल्ड ड्रिंक पीने की शौकीन भी है। पातो देवी के पड़ पोते सोनू वर्मा ने बताया कि दादी बिना किसी के सहारे अपने सभी कार्यों को आसानी से कर लेती हैं। रात्रि के समय भी वे आसानी से देख लेती हैं। खाने के मामले में भी वे पीछे नहीं हैं। हर खाद्य पदार्थ उनकी पाचन क्रिया का हिस्सा है। बीमारी तो उनके नजदीक भी नहीं आती। पातो देवी के आठ बेटे है जिनमें अभी सात जिंदा है। बड़े बेटे की उम्र करीब 80 वर्ष है, पांच बेटियों में अभी एक ही जीवित है। पातो देवी के 15 पोते व 11 पोती, 8 पड़पौते व 10 पड़पौती है। पातो देवी अपने परिवार के सदस्यों के साथ काफी खुश है। अपने सभी अनेक पोतों की शादी देख चुकी पातो देवी की तो अब एक ही आस है कि वह अपने पड़पोते की बहू देखे। पातो देवी के स्वास्थ्य को देख कर तो यही लगता है कि वे अपने पड़पोतों की बहुओं का मुखड़ा भी अवश्य देखेगीं और आसपास के लोग उसके लिए दुआ भी कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in