
दिक्कत यही है. जब देश हकीकत जानना चाहता है तो हेडलाइन दी जाती है. फिल्डिंग सजा कर खड़ा किए गए लोग गेंद लपक भी लेते हैं. प्राइम टाइम की पिच पर खड़े हो कर दर्शकों को थ्रो करने लगते हैं. लेकिन थोड़ी देर/दिन में गेंद गुब्बारा बन जाती है. हवा क्लिक »-hindi.thequint.com