
"2010 में सुशील ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था और उसे स्टेडियम में तिरंगा झंडा लहराते देख सागर के दिल में भी पहलवान बनने की हसरत पैदा हुई। उसने सपना देखा था...एक दिन वह भी ऐसे ही देश का नाम रोशन करेगा। बचपने के सारे शौक को दरकिना क्लिक »-www.prabhasakshi.com