
आसमान से गिरे खजूर पर अटके… ये कहावत पिछले एक साल के दौरान आम आदमी पर सटीक बैठी। एक तो पहले लॉकडाउन के चलते घर के अंदर बंद और ऊपर से बढ़ती महंगाई। किसी की नौकरी गई, तो किसी का धंधा बंद। यहीं नहीं सैलरी भी घटी, लेकिन महंगाई है क्लिक »-newsindialive.in