कठुआ 8 जून (हि.स.)। जिला कठुआ की तहसील नगरी की मुंसिपल कमेटी की अध्यक्ष और पार्षदों के बीच तनातनी के बीच नगरी कस्बे के विकास पर ब्रेक लग गई है। कमेटी के आजाद पार्षदों ने मुंसिपल कमेटी की अध्यक्ष पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यक्ष सिर्फ अपने चहेतों के वार्ड़ में ही विकास कार्य करवा रही है। नगरी मुंसिपल कमेटी के अधीन पड़ते आजाद पार्षदों ने मुंसिपल कमेटी की अध्यक्ष के खिलाफ रोष प्रकट किया। इस अवसर पर वार्ड आठ के पार्षद अनिल सिंह अंडोत्रा, पार्षद वार्ड नंबर 5 नरेशा कुमार, पार्षद वीटा देवी सहित इनके वार्डों के स्थानीय लोगों ने कहा कि कमेटी की अध्यक्ष सिर्फ अपने चहेतों के वार्ड में ही विकास कार्य करवा रही है, जबकि आजाद पार्षदों के वार्ड को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष द्वारा सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगरी मुंसिपल कमेटी से 9 लाख रूपय की राशि लैप्स होकर सरकारी खजाने में वापिस चली गई, जबकि कस्बे में विकास कार्य आधर में लटके हुए हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर नगरी कस्बे के अन्य वार्डों में विकास कार्य चल रहे हैं तो उसका भी पक्ष रखते है, ताकि पूरे कस्बे का विकास हो। लेकिन जो आजाद पार्षद जीते हुए हैं उनके वार्डों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजाद पार्षदों के वार्ड की सड़कें टूटी हुई है, नालियां गंदगी से भरी हुइ है, यहां तक कि जगह-जगह गड्ढे पड़े हुए हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि अपनी गलियों-नालियों के निर्माण के लिए अगर अपने पार्षद के पास जाते हैं, तो उनका एक ही जवाब होता है कि अध्यक्ष विकास कार्य के लिए फंड जारी नहीं कर रही है। वहीं आजाद पार्षदों का कहना है कि लोगों ने उनपर विश्वास करके उन्हें वोट दिए, ताकि उनके वार्ड का विकास हो सके, लेकिन कमेटी की अध्यक्ष सिर्फ अपने चहेते पार्षदों के वार्ड में ही विकास कार्य पर जोर देती है और जब भी आजाद पार्षद अपने वार्ड के विकास के लिए बात करते हैं, तो उन्हें कहा जाता है कि अगले प्लान में कार्य करवा दिया जाऐगा। आजाद पार्षदों ने कहा कि नई कमेटी को बने डेढ साल से ज्यादा समय हो गया है लेकिन उनके वार्डों को नजरअंदाज किया जा रहा है। वहीं नगरी के वार्ड नंबर 4 में लगे गंदगी के ढेर से लोगों ने रोष व्यक्त किया। वार्ड नंबर 4 के स्थानीय लोगों का कहना है कि नगरी कमेटी की ओर से सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि एक तो देशभर में कोरोना महामारी का प्रकोप छाया हुआ है, वहीं दूसरी ओर उनके बाजार में नालों से गंदगी निकालकर सड़क पर ही ढेर लगा दिए हैं और नालों की सफाई किए 5 दिन हो चुके हैं लेकिन अभी तक किसी ने भी गंदगी के ढेरों को नहीं उठाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार मुंसिपल कमेटी नगरी से गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी ने भी उनके वार्ड की सुध नहीं ली। वहीं आजाद पार्षद और स्थानीय लोगों ने सरकार से मांग की है कि उनके वार्ड का फंड सीधा उनके पार्षद को ही दिया जाए, ताकि वे अपने वार्डों में विकास करवा सकें। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन/बलवान-hindusthansamachar.in