मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालाबाजारी, ओवर रेटिंग रोकने के दिये निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालाबाजारी, ओवर रेटिंग रोकने के दिये निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालाबाजारी, ओवर रेटिंग रोकने के दिये निर्देश लखनऊ, 31 मार्च(हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गाजियाबाद दौरे से लौटते ही लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में कोरोना वायरस के संबंधित कार्यो को लेकर बैठक किया। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से कोरोना वायरस से जारी लड़ाई में सक्रियता बनाये रखने, कालाबाजारी को रोकने, ओवर रेट मांग रहे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने और अभी हाल ही में निजामुद्दीन मरकज से प्रदेश में लौटे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर दिशा निर्देश दिये। आपातकालीन समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने ख़ासतौर पर सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को यह निर्देश दिए कि किसी भी जनपद में सामानों की ओवर रेटिंग नहीं होने दी जाए। जिस प्रकार कुछ ज़िलों में अधिकारियों ने स्वयं बाज़ारों में उतरकर जमाखोरों कालाबाज़ारी करने वालों और ओवर रेटिंग करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की है, उसी प्रकार सभी अधिकारी अपने दायित्वों का पालन करें। जिलेवार हो रही कार्रवाईयों पर तेजी लाने के निर्देश दिये। बैठक में उन्होंने पुलिस प्रशासन को चुस्त दुरुस्त बने रहने और जिला प्रशासन को साथ लेकर निजामुद्दीन मरकज से लौटे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने हर हाल में प्रदेश में ऐसे लोगों की तलाश कर खोज निकालने के आदेश दिये। - प्रदेश में एक्शन में आयी पुलिस मेरठ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार के निर्देश पर की गयी छापेमारी में मेरठ में मौलाना के घर में 14 जमाती मिले है। ये जमाती नेपाल, बिहार, महाराष्ट्र के बताये जा रहे है। वहीं निजामुद्दीन के मरकज में शामिल हुए गाजियाबाद के 12 लोग क्वारेंटाइन किए गए। ये सभी थाना मसूरी के रहने वाले हैं। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम इनकी निगरानी कर रही है। गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज में 19 राज्यों के लोग शामिल हुए थे, जिसमें तमिलनाडु के सबसे ज्यादा 501 लोग शामिल हुये। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 156, असम से 216, महाराष्ट्र से 109, मध्यप्रदेश से 67, बिहार से 86, हैदराबाद से 55 तथा 281 विदेशी नागरिक भी शामिल हुए थे। हिन्दुस्थान समाचार/ शरद/राजेश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in