गृहमंत्री से मुलाकात के बाद मुकुल रॉय ने कहा, ममता के कई सहयोगी हैं संपर्क में, थामेंगे भाजपा का दामन
गृहमंत्री से मुलाकात के बाद मुकुल रॉय ने कहा, ममता के कई सहयोगी हैं संपर्क में, थामेंगे भाजपा का दामन

गृहमंत्री से मुलाकात के बाद मुकुल रॉय ने कहा, ममता के कई सहयोगी हैं संपर्क में, थामेंगे भाजपा का दामन

कोलकाता, 14 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने रविवार को दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी के सहयोगी कई नेता उनके संपर्क में हैं। जल्द ही ये सारे नेता भाजपा का दामन थाम लेंगे। रॉय ने दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इस संबंध में उन्होंने शाह को भी जानकारी दी है और बंगाल में भाजपा की सांगठनिक स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट भी सौंपी है। वह शाह के बुलावे पर दिल्ली गये और बंगाल की राजनीतिक व भाजपा की सांगठनिक स्थिति को लेकर चर्चा की। राय ने दिल्ली से लौटने के बाद एक निजी टेलीविजन चैनल को दिये गये साक्षात्कार में साफ कर दिया कि वह भाजपा में कंफर्टेबल हैं और उन्हें कोई असुविधा नहीं है। वह अपनी स्टाइल की राजनीति कर रहे हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि अभी भी तृणमूल के कई नेता उनके संपर्क में हैं। राय ने कहा कि उन्हें कोई असुविधा नहीं है। वह जिस तरह की राजनीति करते हैं, उसी तरह की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए यह जरूरी है कि सभी आपस में मिलकर काम करें। नवीन (अन्य पार्टी से आये नेता) व प्रवीण (भाजपा के पुराने नेता) सभी को मिलकर काम करना होगा और योग्यता के अनुसार सभी को काम देना होगा। राज्य कमेटी के गठन में भी नवीन व प्रवीण को दोनों को मिलाकर कमेटी का गठन किया गया है। इसमें अर्जुन सिंह, सौमित्र खान व दुलाल बर जैसे नेताओं को भी स्थान मिला है, जिन्हें पार्टी में शामिल कराने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उसी तरह से वह आशा कहते हैं कि मंडल व बूथ स्तर की कमेटी में भी नवीन व प्रवीण दोनों नेताओं को स्थान मिले और योग्यता के अनुसार दायित्व दिया जाये। राज्य में कुल 78000 बूथ हैं। चुनाव में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ऐसी स्थिति में बूथ कमेटी में योग्य लोगों को शामिल किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य नेतृत्व व केंद्रीय नेतृत्व में उन्हें पर्याप्त महत्व देता है और वह अपनी बातें आसानी से उन तक पहुंचाने में सक्षम हैं। राहत कार्य में तृणमूल सरकार द्वारा बाधा देने के आरोप पर राय ने कहा कि विरोधी दल को राजनीति में जगह देना चाहिए। प्रजातंत्र में विरोधी दल का विशेष स्थान है। वर्तमान परिस्थिति में सोशल डिस्टैंसिंग है। सभा व मीटिंग नहीं हो सकती है। ऐसी स्थिति में विरोधी दल के नेताओं को आने-जाने में बाधा नहीं देनी चाहिए। अम्फन मुकाबले में कोलकाता निगम के असफल रहने पर उन्होंने कहा कि यह मानना होगा कि पिछले 262 वर्षों के दौरान इतना बड़ा तूफान नहीं आया था। कोलकाता निगम के पास मुकाबले के लिए उपकरण नहीं हैं तथा आपदा के लिए पहले कदम नहीं उठाये गये हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने के संबंध में पूछने पर राय ने कहा कि जो ऐसी बात कर रहे हैं, उन्हें यह सोचना चाहिए कि वर्तमान में देश के हालात कैसे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in

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