सौमित्र चटर्जी को श्रद्धांजलि देने वालों का लगा तांता, सौरव गांगुली सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने जताया शोक
सौमित्र चटर्जी को श्रद्धांजलि देने वालों का लगा तांता, सौरव गांगुली सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने जताया शोक

सौमित्र चटर्जी को श्रद्धांजलि देने वालों का लगा तांता, सौरव गांगुली सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने जताया शोक

कोलकाता, 15 नवंबर (हि. स.)। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रविवार को कोलकाता में अभिनेता सौमित्र चटर्जी के निधन पर दुख जताया है। गांगुली ने ट्वीट किया कि आपने बहुत कुछ किया है। अब आप स्वर्ग में आराम कर सकते हैं। सौमित्र के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है । रविवार को माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने ट्वीट किया कि महान अभिनेता हमें छोड़ गए। वह दिग्गज थे। उनके परिजनों, प्रशंसकों व शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। माकपा नेता व पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि यह बहुत दुखद खबर है कि सौमित्र दा का निधन हो गया है। सौमित्र चटर्जी बंगाली संस्कृति की दुनिया में, भारत में रवींद्रनाथ टैगोर के बाद बंगाल की संस्कृति के एक शानदार पुरोधा थे। सौमित्र चटर्जी एक अभिनेता, लेखक, कवि और प्रगतिशील व्यक्ति हैं। भाजपा के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। मुकुल ने ट्विटर पर लिखा कि मैं सौमित्र चटर्जी की मौत से बहुत दुखी हूं। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदना। उनकी अनुपस्थिति फिल्म जगत में एक अभूतपूर्व शून्य पैदा करेगी। बंगाली सिनेमा में उनका योगदान अमर रहेगा। ॐ शांति। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि सौमित्र चटर्जी आज हमारे साथ नहीं हैं। बंगाली सांस्कृतिक दुनिया को बहुत नुकसान हुआ। उनकी प्रतिभा बहुआयामी थी। उनकी मृत्यु बंगाल में सामाजिक जीवन के चरम नुकसान के बराबर है। मेरी सहानुभूति परिवार के साथ बनी हुई है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व वरिष्ठ विधायक अब्दुल मन्नान ने कहा कि वे अपने सिद्धांतों से अविचलित रहने वाले अभिनेता थे। उनका जाना फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर उनके परिजनों को दुख सहने की क्षमता दें। ॐ शांति। उल्लेखनीय है कि आज दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित होने वाले अभिनेता सौमित्र का अस्पताल में दोपहर 12:15 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। उनकी आयु 86 साल थी। गत 6 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उन्हें बेलव्यू अस्पताल में भर्ती किया गया था। सौमित्र के निधन से कला, साहित्य, संस्कृति और राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in

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