वेतन बढ़ोतरी की मांग पर अस्थायी कॉलेज कर्मियों का आंदोलन
वेतन बढ़ोतरी की मांग पर अस्थायी कॉलेज कर्मियों का आंदोलन

वेतन बढ़ोतरी की मांग पर अस्थायी कॉलेज कर्मियों का आंदोलन

बांकुड़ा, 18 सितम्बर (हि. स.)। सरकार द्वारा घोषित सभी सुविधाओं के साथ जिले के अस्थायी कॉलेज कर्मियों ने 60 साल की उम्र तक नौकरी की सुरक्षा की मांग करते हुए शुक्रवार से अनिश्चितकालीन कार्यक्रम शुरू किया है। शुक्रवार को बांकुड़ा सम्मिलनी कॉलेज में जिले के 13 कॉलेजों के लगभग 275 अस्थायी कर्मचारियों ने एक अस्थायी मंच बनाकर आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलनकारी पश्चिम बंगाल कॉलेज कैजुअल एम्प्लाइज समिति ने कहा कि कॉलेज के अधिकारी इन सभी कर्मियों को न्यूनतम वेतन 2,000 रुपये से अधिकतम 10,000 रुपये का भुगतान करते हैं। अस्थायी कर्मचारियों दावा है कि कॉलेज के दरवाजे खोलने से लेकर वे हर काम करना है। वे लंबे समय से ऐसा कर रहे हैं, लेकिन उनकी वेतन असमानता का समाधान नहीं किया गया है। समिति ने दावा किया है कि राज्य भर के सभी कॉलेजों में लगभग साढ़े आठ हजार अस्थायी कर्मचारी काम कर रहे हैं। जुलाई 2019 में राज्य सरकार ने इन सभी कॉलेज कर्मचारियों के लिए एक दिशाा-निर्देश जारी किया। दिशा-निर्देश में उल्लेख किया गया हैं कि कॉलेज के सभी अस्थायी कर्मचारियों को ग्रुप सी और डी में विभाजित कर वेतन का निर्धारण करना होगा । इस मामले में, अनुभव को भी प्राथमिकता देने की बात कही गयी है। पश्चिम बंगाल कॉलेज कैजुअल एम्प्लाइज समिति का आरोप है कि राज्य सरकार द्वारा जारी इस दिशाा-निर्देश के बावजूद अभी तक उसके अनुसार काम नहीं किया गया है। उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए राज्य भर में यह आंदोलन शुरू किए हैं। समिति की तरफ से बताया गया है कि जब तक उनकी मांगों को नही माना जाता तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ सुगंधी/गंगा-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in