मई माह के बाद ही राज्य में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की परीक्षा होने की उम्मीद
मई माह के बाद ही राज्य में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की परीक्षा होने की उम्मीद

मई माह के बाद ही राज्य में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की परीक्षा होने की उम्मीद

कोलकाता, 19 दिसम्बर (हि. स.)। राज्य में मई माह से पहले माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की परीक्षा होने की उम्मीद अब क्षीण होती दिख रही है। मुख्य चुनाव आयोग को राज्य के शिक्षा सचिव मनीष जैन द्वारा लिखे पत्र में कुछ ऐसा ही संकेत मिला है। हाल ही में राज्य के शिक्षा विभाग को चुनाव आयोग ने पत्र लिखकर पूछा था कि राज्य में फरवरी से लेकर मई माह के बीच परीक्षा की क्या स्थिति है? सूत्रों के अनुसार शिक्षा सचिव ने इस पत्र के जवाब में यह स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य के शुरुआती चार महिनों में कोई परीक्षा नहीं होगी। इसका अर्थ यह हुआ कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक की परीक्षा भी मई से पहले संभव नहीं है। आमतौर पर पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक काउंसिल की परीक्षा फरवरी माह में और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षा फरवरी के अंत से लेकर मार्च माह तक चलती है। लेकिन इस वर्ष मई से पहले राज्य की दोनों महत्वपूर्ण परीक्षाएं होने की संभावना कम नजर आ रही है। उल्लेखनीय है कि राज्य में निर्धारित समय पर ही विधानसभा चुनाव करवाने की तैयारियां चुनाव आयोग कर रहा है। इस वजह से अगले वर्ष के शुरुआत से लेकर मई माह तक राज्य में होने वाली विभिन्न परीक्षाओं की स्थिति पर भी चुनाव आयोग अपनी नजरें बनाए रख रहा है। दूसरी तरफ जानकारी के अनुसार सीआईएससीई काउंसिल ने अपने अधिनस्थ स्कूलों से कहा है कि राज्य में चुनाव की तिथि की घोषणा होने के बाद ही 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तिथि की घोषणा की जाएगी। जानकारी के अनुसार काउंसिल परीक्षा से पहले करीब दो माह के लिए स्कूलों को खोलना चाहता है, खासतौर पर 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थियों के लिए। ताकि उनकी प्रायोगिक कक्षाओं को पूरा किया जा सके। काउंसिल चाहता है कि राज्य सरकार जनवरी और फरवरी माह में स्कूलों को विशेष रूप से इन दोनों कक्षाओं के लिए खोलने की अनुमति प्रदान करें। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सीआईएससीई काउंसिल की परीक्षा भी कम से कम मार्च माह से पहले शुरू नहीं होगी। कोरोना काल में क्या परीक्षाएं ऑनलाइन ली जाएंगी ? इस बारे में काउंसिल सूत्रों के अनुसार परीक्षार्थियों को परीक्षाकेन्द्र पर आकर ही परीक्षाएं कागज-कलम से देनी होगी। सीआईएससीई काउंसिल की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होगी। इस बारे में महानगर के एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि काउंसिल के सचिव का मानना है कि देश में सभी स्थानों पर इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है। चुनाव के बाद यदि मई-जून माह में परीक्षाएं ली जाती है, उम्मीद की जा रही है कि कोरोना का प्रकोप काफी हद तक कम हो जाएगा। उस समय आवश्यक स्वास्थ्य नियमों का पालन करते हुए परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए परीक्षा केन्द्र पर जा सकते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/सुगंधी-hindusthansamachar.in

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