बाबरी विध्वंस के फैसले में सच्चाई को सामने लाया गया : दिलीप घोष
बाबरी विध्वंस के फैसले में सच्चाई को सामने लाया गया : दिलीप घोष

बाबरी विध्वंस के फैसले में सच्चाई को सामने लाया गया : दिलीप घोष

कोलकाता, 30 सितंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को कहा कि बाबरी मस्जिद के नीचे एक मंदिर के अस्तित्व का सच केवल इसलिए सामने आया क्योंकि विवादित ढांचा ढहा दिया गया था। उन्होंने लखनऊ की विशेष सीबीआई अदालत द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले के सभी आरोपितों को बरी किए जाने को "हिंदू समुदाय की दूसरी जीत" के रूप में नामित किया। भाजपा सांसद ने यह भी दावा किया कि एक विशेष समुदाय को खुश करने और राजनीतिक लाभ के लिए संरचना के विध्वंस पर मामला दायर किया गया था। घोष ने कहा कि अगर बाबरी विध्वंस नहीं हुई होती तो कभी पता नहीं चलता कि मस्जिद के नीचे एक मंदिर है। दस्तावेज भी यह साबित करते हैं कि वहां पहले से एक मंदिर मौजूद था। उन्होंने कहा कि यह मामला बिल्कुल भी जरूरी नहीं था क्योंकि राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। एक विशिष्ट समुदाय को खुश करने और राजनीतिक स्कोर कायम करने के लिए शिकायतें (बाबरी मस्जिद के विध्वंस के बारे में) दायर की गई थीं। आज का अदालत का फैसला दूसरी जीत है। हालांकि घोष ने विशेष रूप से यह नहीं कहा कि "हिंदू समुदाय की पहली जीत" क्या थी, उनका स्पष्ट रूप से मतलब नवंबर 2019 में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से था, जिसने अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया था। अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के करीब 28 साल बाद, लखनउ मेें सीबीआई की एक विशेष अदालत ने सभी 32 लोगों को आरोपों से बरी किया है। इसमें भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और एमएम जोशी सहित अन्य नेता आरोपित बनाए गए थे। कोर्ट ने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रचने का कोई भी ठोस सबूत नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in