तृणमूल में बागी हुए एक और नेता, शीर्ष नेतृत्व की कार्यशैली पर उठाए सवाल
तृणमूल में बागी हुए एक और नेता, शीर्ष नेतृत्व की कार्यशैली पर उठाए सवाल

तृणमूल में बागी हुए एक और नेता, शीर्ष नेतृत्व की कार्यशैली पर उठाए सवाल

कोलकाता, 15 दिसम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस में एक के बाद एक नेताओं के बगावती तेवर दिखने लगे हैं। अब हावड़ा जिले के भी एक दिग्गज नेता ने पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि इस तरह से अहंकार में चुनाव नहीं जीता जाएगा। उनका नाम वाणी सिंह राय है। वह हावड़ा नगर निगम के मेयर परिषद के पूर्व सदस्य रह चुके हैं। इसके पहले ममता बनर्जी से भी बड़ा जनाधार रखने वाले शुभेंदु अधिकारी कैबिनेट से इस्तीफा दे चुके हैं और विधायक पद छोड़ने वाले हैं। मंत्री राजीव बनर्जी भी नाराज हैं और पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर चुके हैं। आसनसोल के निवर्तमान मेयर जितेंद्र तिवारी ने भी राजनीतिक मंशा से केंद्रीय परियोजनाओं को रोकने की राज्य सरकार के कदमों की निन्दा करते हुए चिट्ठी लिख डाली है और अब हावड़ा जिले से बानी सिंह राय की नाराजगी ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रॉय ने एक वीडियो संदेश जारी कर सवाल पूछा है कि आखिर शुभेंदु अधिकारी जैसे नेता को पार्टी छोड़ने जैसी परिस्थिति में लाकर क्यों खड़ा किया गया? राजीव बनर्जी को भी किनारे लगाया गया है। बानी सिंह रॉय ने खुद को तृणमूल के संस्थापक सदस्यों में से एक करार दिया और मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के इलाके के चार पांच लोग पूरी पार्टी को चला रहे हैं। यह ठीक नहीं है। पीके पर बोला हमला - उन्होंने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि किशोर बंगाल की सभ्यता संस्कृति को नहीं जानते हैं। जिस तरह से वह पार्टी को संचालित करने की कोशिश कर रहे हैं, वैसे चुनाव नहीं जीता जाता। सिंह ने फेसबुक पर भी इसे लेकर एक पोस्ट लिखा है। खबर है कि उनके इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस उनके खिलाफ संगठनात्मक कार्यवाही करने के मूड में है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in

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