अपडेट : उत्तर बंगाल में ममता ने फूंका चुनावी बिगुल, कहा : किसानों को मरने नहीं दूंगी, उत्तर बंगाल के लिए किया बहुत काम
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अपडेट : उत्तर बंगाल में ममता ने फूंका चुनावी बिगुल, कहा : किसानों को मरने नहीं दूंगी, उत्तर बंगाल के लिए किया बहुत काम

कोलकाता, 29 सितम्बर (हि. स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को उत्तर बंगाल में चुनावी बिगुल फूंक दिया है। मुख्यमंत्री ने सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल के विकास पर प्रशासनिक बैठक की। जिला मजिस्ट्रेट, उप-विभागीय मजिस्ट्रेट और बीडीओ के साथ उत्तर बंगाल की प्रशासनिक बैठक में, उन्होंने कृषि बिल पर केंद्र की निन्दा की। इस प्रशासनिक बैठक में भाग लेने से पहले, सभी को रैपिड कोरोना परीक्षण से गुजरना पड़ा था। ममता ने आखिरी बार जनवरी में सिलीगुड़ी का दौरा किया था। मंगलवार को उन्होंने कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की। वह बुधवार को दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। बैठक से ममता ने कहा कि हमन पूजा के दौरान कोरोना से बचाव के लिए विशेष रूप से सावधान रहना होगा। किसी भी तरह की लापरवाही खतरे को ला सकती है। पुलिस सहित सभी कोरोना यौद्धाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे कोरोना सेनानियों पर गर्व है। उनकी वजह से कोरोना उत्तर बंगाल में नियंत्रण में है। साथ ही प्रवीसी मजदूरों के लिए उन्होंने कहा कि स्व-घोषणा प्रमाण पत्र पर सरकारी काम होगा। प्रवासियों के लिए भी यह प्रमाण पत्र पर्याप्त है। किसी अन्य प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। लोकसभा चुनाव के समय उत्तर बंगाल में तृणमूल की हार का दर्द भी मुख्यमंत्री की जुबान से छलका। उन्होंने कहा कि उन्हें पछतावा है कि उत्तर बंगाल में बहुत काम हुआ है। लेकिन कीमत नहीं मिली। इसके विपरीत, जो लोग काम नहीं करते थे, केवल दंगों के बारे में बात करते थे, उन्हें परिणाम मिला। यह स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी उत्तर बंगाल में लोकसभा में भाजपा की भारी सफलता के बारे में है। हालांकि मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि वे उत्तर बंगाल में विकास कार्य जारी रखेंगी। उन्होंने कहा कि लोगों के लिए किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोई भी कार्य नहीं रोका जा सकता है। किसी की पेंशन वापस नहीं ली जा सकती। उन्होंने कृषि बिल को लेकर भी केंद्र सरकार को कोसते हुए कहा कि किसानों की जिंदगी बर्बाद करने की साजिश चल रही है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने मुख्य सचिव को किसानों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक उपाय खोजने का निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना मरीजों को घर पर ही रहकर इलाज कराने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल के बिस्तर को जाम करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने हल्के लक्षण होने पर घर या सेफ हाउस में रहने की सलाह दी। पूजा के दौरान कोरोना बचाव के लिए विशेष देखभाल की जानी चाहिए। ममता ने कहा कि बंगाल सरकार ने कोरोना मरीजों कि चिकित्सा मुफ्त की है जिससे गरीबों को काफी मदद मिली है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/सुगंधी-hindusthansamachar.in

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