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इस बार जोड़ासांको में नही मनाई जाएगी टैगोर की जयंती

कोलकाता, 09मई (हि.स.)। कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर की 160वी जयंती भी कोरोना के असर से अछूती नहीं रही। राज्य भर में बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए इस बार भी टैगोर की जन्मभूमि कोलकाता के जोडासांको में कोई आयोजन नहीं किया जा सका। यहां होने वाले सारे सांस्कृतिक आयोजन रद्द म कर दिये गये हैं। उल्लेखनीय है कि बैसाख माह की 25वीं तिथि को हर साल जोड़ासांको स्थित ठाकुरबाडी में रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन की परंपरा रही है लेकिन इस साल कोरोना ने तस्वीर बदल गई है। रवींद्रनाथ टैगोर की 160 वीं जयंती पर, जोड़ासांको में कोई कार्यक्रम नही होगा। हालांकि, कवि की जयंती के अवसर पर, रबींद्र भारती विश्वविद्यालय के कुलपति ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। उल्लेखनीय है कि गुरुदेव के नाम से मशहूर रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 07 मई, 1861 को कोलकाता में हुआ था। बांग्ला कैलेंडर के अनुसार उस दिन बैसाख माह की 25वीं तिथि थी। उसी के मुताबिक हर साल 25वें बैसाख को उनकी जयंती मनाई जाती है। विश्वविख्यात महाकाव्य 'गीतांजलि' की रचना के लिए 1913 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित टैगोर विश्वविख्यात कवि होने के साथ ही लेखक, नाटककार, संगीतकार, दार्शनिक, समाज सुधारक और चित्रकार भी थे। हिन्दुस्थान समाचार/सुगंधी/मधुप

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