चक्रवात मुकाबले को हैं तैयार, केंद्र ने दिए मात्र 400 करोड़ रुपये : ममता
कोलकाता, 24 मई (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में 'यास' चक्रवात की दस्तक से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनकी सरकार इससे मुकाबले के लिए तैयार है। सोमवार को मीडिया से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने बंगाल में 'यास' के मद्देनजर 400 करोड़ रुपये दिये हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि आंध्र प्रदेश और ओडिशा को 600 करोड़ रुपये दिए गए हैं, जबकि पश्चिम बंगाल अपेक्षाकृत बड़ा राज्य है, लेकिन 400 करोड़ रुपये ही दिए गये हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल बैठक में यह घोषणा की थी। इस बैठक में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। णणणणणमुख्यमंत्री ने कहा कि इसके पहले भी अम्फान आया था और भी साइक्लोन आये थे, लेकिन केवल आश्वासन दिया गया था, लेकिन मदद नहीं दी गई थी। यह राशि भी राज्य सरकार की ही राशि है और वह एडवांस में दी गई है। ममता बनर्जी ने कहा कि बैठक में जब मैंने इस मुद्दे को उठाया, तो केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वह इस बारे में बाद में बात करेंगे। यह सांइसटिक तरीके से तय होता है। ममता ने कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं पोलिटिकल साइंस नहीं समझती हैं। 48 घंटे तक कंट्रोल रूम से करेंगी निगरानी उन्होंने कहा कि कल से 48 घंटे तक लगातार मॉनिटरिंग चलेगा। यह सारा दिन जिला और राज्य स्तर पर चलेगा पूर्व और दक्षिण रेलवे की कुछ ट्रेनों को रद्द करने का निर्देश दिया गया है। ममता बनर्जी कहा कि यह सीवियर साइक्लोन 72 घंटे चलेगा। 4000 राहत शिविर हैं। उसमें लोगों को रखने की व्यवस्था कर रहे हैं। 24 घंटे कंट्रोल सेंटर खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि वह लोगों से आग्रह करती हैं कि तटवर्ती इलाके में राहत शिविर में रहें। साइक्लोन अलर्ट टीवी और रेडियो और पुलिस के जरिए प्रचार किया जा रहा है। 10 लाख लोगों को हटाने का लक्ष्य है उन्होंने कहा कि दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, कोलकाता, पूर्व मेदिनीपुर, मुर्शिदाबाद सहित कुल 20 जिले प्रभावित होंगे। मालदा, उत्तर दिनाजपुर, दार्जिलिंग और कालिंपांग में भारी बारिश होगी। कल से 48 घंटे मॉनिटरिंग चलेगा। 51 डिजास्टर मैनेजमेंट टीम का गठन किया गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि मीडिया से सकारात्मक भूमिका की अपील करती हैं। सारे समय निगेटिव बातें कही जा रही है। पावर रेस्टोरेशन की 1000 टीम काम करेगी। 450 टेलीफोन रेस्टोरेशन चालू रहेगा। 10 लाख लोगों को हटाकर सटीक जगह पर रखने का लक्ष्य है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा