चुनावकर्मियों की सुरक्षा को लेकर शिक्षक समिति ने जताई चिंता
कोलकाता, 27 फरवरी (हि.स.)। राज्य में विधानसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा हो चुकी है। चुनाव की सभी तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तिथि घोषित करने के बाद ही चुनावकर्मियों की सुरक्षा समेत कई अन्य मांगों को लेकर शिक्षक व गैर शिक्षाकर्मी जागरुक हो रहे हैं। इस बारे में बंगीय प्राथमिक शिक्षक समिति की तरफ से मांग की गयी है कि चुनाव में अपनी जिम्मेदारियों का पालन करते समय यदि किसी चुनावकर्मी की मृत्यु होती है, तो उसके परिजनों को 50 लाख रुपये व परिवार के एक सदस्य को नौकरी प्रदान की जाए। इस बाबत राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारियों को समिति की तरफ से ज्ञापन सौंपा गया है। इसके अतिरिक्त विभिन्न जिलों के चुनाव अधिकारियों को भी ज्ञापन सौंपा जा चुका है। एडवांस्ड सोसाइटी फॉर हेडमास्टर एंड हेडमिस्ट्रेस तथा सेकेंडरी टिचर्स ऑफ एमप्लाईज एसोसिएशन की तरफ से चुनाव के दौरान सुरक्षा को सुनिश्चित करने की मांग की जा रही है। उनकी मांग है कि केन्द्रीय वाहिनी के माध्यम से उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करना होगा। इसके साथ ही प्रत्येक चुनावकर्मी के लिए बीमा और चुनाव से पहले सर्टिफिकेट देना होगा। सिर्फ इतना ही नहीं, चुनाव समाप्त होने के बाद घर लौटते समय भी चुनावकर्मियों को उपयुक्त सुरक्षा प्रदान करनी होगी। यदि घर में बीमार माता-पिता रहते हैं, या छोटा बच्चा हो तो मां को चुनाव कार्य से अलग रखना होगा। साथ ही मांग की गयी है कि शिक्षिकाओं को घर के निकटवर्ती मतदानकेन्द्र पर ही काम देना होगा। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को चुनाव आयोग ने राज्य में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। राज्य में आठ चरणों में चुनाव होंगे। 27 मार्च से 29 अप्रैल तक चुनाव होंगे और दो मई को मतगणना होगी। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा