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आधे से भी कम रिक्त पदों पर संथाली भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति कर पाया एसएससी

कोलकाता, 25 फरवरी (हि.स.)। कानूनी प्रक्रिया में बार-बार फंस जाने से स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) शिक्षकों की नियुक्ति नहीं कर पा रहा है। लेकिन एसएससी संथाली भाषा माध्यम के शिक्षकों के रिक्त पदों के आधे पर भी नियुक्ति कर पाया है। संथाली माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया लगभग समाप्त होने वाली है। सूत्रों के अनुसार रिक्त पदों की संख्या 500 थी। किन्तु एसएससी 50 प्रतिशत सीटों पर मेधा सूची या पैनल नहीं निकाल पाया है। एसएससी ने जितने अभ्यर्थियों की मेधा सूची जारी की गयी है, उतने अभ्यर्थियों को भी नौकरी नहीं दी जायेगी। बताया जाता है कि अधिकांश अभ्यर्थियों का माध्यम संथाली भाषा ना होने के कारण ही यह समस्या हो रही है। काउंसिल सूत्रों के अनुसार जितने अभ्यर्थियों की सिफारिशें आयी थीं, उनका वेरिफिकेशन करने के बाद अभी तक 80 अभ्यर्थियों को नौकरी देना संभव हो सका है। एसएससी ने संथाली भाषा के शिक्षक नियुक्ति की जो मेधासूची जारी थी, उसमें करीब 240 रिक्त पदों को भरने की सूची जारी की गयी थी। लेकिन इनमें से काफी अभ्यर्थियों ने संथाली भाषा में पढ़ाई नहीं की थी। एसएससी सूत्रों के अनुसार ऐसी परिस्थिति में रिक्त पदों के आधार पर 15 फीसदी से कुछ अधिक अभ्यर्थियों की नौकरी को सुनिश्चित किया जा सका है। उल्लेखनीय है कि गत 15 फरवरी को संथाली भाषा के शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा का परिणाम एसएससी ने घोषित किया था। इससे पहले 28 व 29 जनवरी, 02 व 03 फरवरी को परीक्षा आयोजित की गयी थी। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर 2 माह के अंदर नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न करने का प्रयास किया गया था। सूत्रों के अनुसार मुख्य तौर पर बांकुड़ा, बीरभूम, झारग्राम, पुरुलिया और पश्चिम मेदिनीपुर में ही संथाली माध्यम के स्कूल हैं। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश/

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