only-bengal-students-will-be-able-to-do-engineering-from-cu
only-bengal-students-will-be-able-to-do-engineering-from-cu

केवल बंगाल के छात्र सीयू से कर सकेंगे इंजीनियरिंग

कोलकाता, 02 मार्च (हि. स.)। औपनिवेशिक काल में पश्चिम बंगाल के साथ-साथ देश दुनिया के छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए मशहूर कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) अब क्षेत्रीय स्तर पर सिमटता जा रहा है। विश्वविद्यालय के नए नियम के अनुसार केवल पश्चिम बंगाल के छात्र ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे। बी.टेक कोर्स में दाखिला लेने के लिए एक इंजीनियरिंग छात्र को अब पश्चिम बंगाल का डोमिसाइल (निवासी) अनिवार्य है। सीयू के एक अधिकारी से इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार सीयू के बी.टेक कोर्स में दाखिला लेने के लिए जेईई बोर्ड द्वारा आयोजित काउंसिलिंग में हिस्सा लेने वाले हर अभ्यर्थी पर यह नियम लागू होता है। पिछले वर्ष सीयू के बी.टेक कोर्स के लिए जेईई बोर्ड ने देश के विभिन्न हिस्सों से विद्यार्थियों को काउंसिलिंग के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन इस साल काउंसिलिंग में केवल वहीं विद्यार्थी हिस्सा ले सकेंगे जो पश्चिम बंगाल के निवासी हैं। उल्लेखनीय है कि बंगाल का डोमिसाइल उन्हीं विद्यार्थियों को माना जाएगा जो 31 दिसम्बर 2020 तक, कम से कम पिछले 10 सालों से लगातार पश्चिम बंगाल में रह रहे हैं या जिनके माता-पिता पश्चिम बंगाल के स्थायी निवासी होंगे। सीयू के एक अधिकारी ने बताया कि ज्वाएंट एंट्रांस एक्जामिनेशन बोर्ड ने सीयू समेत अन्य सभी शिक्षण संस्थानों से पूछा था कि दाखिले के नियमों में कोई बदलाव हुआ है या नहीं। सीयू की तरफ से बोर्ड को इंजीनियरिंग अभ्यर्थियों का डोमिसाइल नियम की जानकारी दे दी गयी है। इस नियम को लागू करने के पीछे का कारण बताते हुए सीयू के एक अधिकारी ने कहा कि दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों के कारण इंजीनियरिंग कोर्स में पश्चिम बंगाल के विद्यार्थियों को दाखिला नहीं मिल पाता है। इस वजह से वर्ष 2019 में जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) ने भी डोमिसाइल व्यवस्था को शुरू किया था। जेयू में बी.टेक. कोर्स की 90 प्रतिशत सीटें पश्चिम बंगाल के डोमिसाइल के लिए आरक्षित होती हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in