nothing-to-do-with-politics-watching-the-law-and-order-of-the-state-is-my-responsibility-governor
nothing-to-do-with-politics-watching-the-law-and-order-of-the-state-is-my-responsibility-governor

राजनीति से कोई लेना-देना नहीं, राज्य की कानून व्यवस्था को देखना मेरी जिम्मेदारी : राज्यपाल

हावड़ा, 09 फरवरी (हि.स.)। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को हावड़ा जिले का दौरा किया। राज्यपाल ने कहा कि मेरा राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है लेकिन यह देखना मेरी जिम्मेदारी है कि राज्य में कानून का पालन कानून के अनुसार किया जा रहा है या नहीं। राज्यपाल ने मंगलवार को उदयनारायणपुर में एक कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल केवल एक ऐसा राज्य है जहां मतदान बिना खून-खराबे के नहीं संपूर्ण होता है लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि इस बार चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में ऐतिहासिक मतदान कराएगा। उन्होंने आगे कहा कि मुझे खेद है कि देश के नौ मिलियन किसानों को अबतक केंद्र सरकार से 14 हजार रुपये प्राप्त हुए हैं, लेकिन बंगाल के हमारे 70 लाख किसान को इससे वंचित रखा गया है। उन्होंने सवाल किया कि राज्य में यह किस तरह की राजनीति हो रही है। किसानों को पैसा मिलने के मुद्दे पर मैं पिछले 15 महीने से मुख्यमंत्री को पत्र लिख रहा हूं लेकिन उन्हें कभी जवाब नहीं मिला है। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब राजनीति बंद करने का आवेदन किया। राज्यपाल ने कहा कि कई मामले मेरे ध्यान में आए हैं कि सरकारी कर्मचारी राजनीति गतिविधियों में सक्रियता निभा रहे हैं लेकिन मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि अगर सरकारी कर्मचारी राजनीति करेंगे तो कानूनों से नहीं बच पाएंगे। हाल ही में पुलिस अधिकारियों के फेरबदल पर राज्यपाल ने कहा की मैंने फोन करके आपत्ति जताई है। राज्यपाल ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कई पुलिस अधिकारियों को राजनीतिक सुपारी के तहत पोस्टिंग दी गई है। उन क्षेत्रों में वहां के पुलिस अधिकारी तय कर रहे हैं कि किसे वोट देना है और किसे नहीं, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि वह कौन होते हैं मतदाताओं के मत का निर्णय लेने वाले। राज्यपाल ने राज्य की जनता से आग्रह किया कि मत देना आपका अधिकार है और आप इसे किसी और के कहने पर नहीं कर सकते हैं। राज्य में परिवर्तन लाने के लिए राज्य की जनता को भी आहुति देनी पड़ेगी, इसलिए अपने मत का उपयोग करें। राज्यपाल ने राज्य की सरकार को चौतरफा घेरते हुए बिजनेस समिट को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बंगाल बिजनेस सम्मिट में 12 लाख तीस अरब रुपये इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहा गया था, वह रुपए कहां गए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि दो हजार करोड़ रुपये के कोरोना महमारी भ्रष्टाचार के जजमेंट का क्या हुआ। राज्यपाल ने अंत में राज्य सरकार से आवेदन किया कि राजनीति बंद करें और किसान भाइयों को उनके हक के पैसे दें। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/सुगंधी-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in