नैहटी विस्फोट : विस्फोटक एकत्रित करने वालों से थे तीन अधिकारियों के संबंध, अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश
कोलकाता, 12 फरवरी (हि. स.)। उत्तर 24 परगना के नैहटी में पिछले साल हुए भयावह विस्फोट की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लापरवाही बरतने के आरोप में राज्य प्रशासन के तीन अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। ड्यूटी में लापरवाही के लिए चैताली चक्रवर्ती, तत्कालीन पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा और जिला उद्योग अधिकारी प्रणब नस्कर के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है। एनआईए डीजी वाईसी मोदी ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजी को सिफारिश का पत्र भेजा है। तीन जनवरी, 2020 को विस्फोट में पांच लोग मारे गए थे। इस मामले में एनआईए ने दो दिन पहले ही चार्जशीट दाखिल की है। एनआईए के डीजी वाईसी मोदी के पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि जिला प्रशासन और जिला पुलिस के अवैध कारखानों को चलाने वालों के साथ संबंध हैं। चुनाव से पहले यह पत्र राज्य सरकार के लिए परेशानी का सबब बन गया है। फिलहाल गेंद राज्य के पाले में है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल तीन जनवरी को नैहटी में एक पटाखा कारखाने में भयावह विस्फोट हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल से बड़ी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए थे। कारखाने के मालिक सहित दो लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यहां से इतने भारी मात्रा में विस्फोटक जब्त हुए थे कि पिछले साल नौ जनवरी को नैहटी के राम घाट पर विस्फोटकों को निष्क्रिय करने के दौरान इतना जोरदार ब्लास्ट हुआ था कि गंगा के इस पार कई किलोमीटर तक मकानों की खिड़कियां टूट गई थीं। इसके पहले कारखाने में हुए ब्लास्ट की वजह से नैहटी के साईराज इलाके में कई इमारत क्षतिग्रस्त हुए थे और दीवारों में दरारें पड़ गई थीं। भाजपा ने आरोप लगाया था कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों द्वारा एकत्रित किए गए बमों को निष्क्रिय करते समय यह घटना हुई थी। इसके बाद एनआईए को जांच सौंप दी गई थी। इस मामले में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी टिप्पणी की थी और इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की थी। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in