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नये पाठ्यक्रम के आधार पर उच्च माध्यमिक के प्रश्नपत्र का अंक वितरण घोषित

कोलकाता, 13 फरवरी (हि. स.)। इस वर्ष उच्च माध्यमिक की परीक्षा के प्रश्नपत्र में काफी बदलाव आने वाला है। उच्च माध्यमिक काउंसिल ने इस बाबत विज्ञप्ति जारी कर दी है। उच्च माध्यमिक के साथ-साथ 11वीं कक्षा की परीक्षा के प्रश्नपत्र में भी उल्लेखनीय बदलाव किया गया है। किस विषय में किस प्रकार का परिवर्तन हुआ है, काउंसिल की तरफ से जारी विज्ञप्ति में इस बारे में विस्तृत रूप से बताया गया है। गत वर्ष के अंत में वर्ष 2021 के उच्च माध्यमिक परीक्षा सूची को जारी किया गया था। बताया गया है कि आगामी 15 जून से लिखित परीक्षा शुरू होगी जो दो जुलाई तक चलेगी। कोरोना अतिमारी के कारण काफी कुछ बदल गया है। पिछले 11 महीनों से बंद रहने के बाद शुक्रवार 12 फरवरी से राज्य के सभी सरकारी व अधिकांश निजी स्कूलों को खोल दिया गया है। न्यू नॉर्मल में सभी स्वास्थ्य नियमों का पालन करते हुए 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए स्कूलों को खोला गया है। कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न परिस्थिति में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा के पाठ्यक्रम को 30-35 फीसदी कम कर दिया गया है। केवल इतना ही नहीं 11वीं कक्षा के वार्षिक परीक्षा के पाठ्यक्रम को भी कम किया गया है। बोर्ड व काउंसिल ने नये पाठ्यक्रम की भी घोषणा की है। नये पाठ्यक्रम के आधार पर 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा और उच्च माध्यमिक परीक्षा के प्रश्नपत्र के प्रकार के बारे में विस्तृत रूप से उच्च माध्यमिक काउंसिल ने जानकारी दी है। काउंसिल की अध्यक्ष महुआ दास द्वारा हस्ताक्षरित इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्ष 2021 की 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा और उच्च माध्यमिक की परीक्षा में नये पाठ्यक्रम के आधार पर विषय आधारित प्रश्नपत्र के प्रकार को जारी किया जा रहा है। साथ ही काउंसिल ने स्पष्ट कर दिया कि संक्षिप्त पाठ्यक्रम और नये प्रश्नपत्र का प्रकार केवल वर्ष 2021 की परीक्षा के लिए होगा। टेस्ट ना होने के कारण अन्य वर्षों की तुलना में इस साल माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। प्रशासनिक स्तर पर भी उसी आधार पर ही तैयारियां शुरू की गयी है। इसके साथ ही कोरोना काल में परीक्षाकेन्द्रों पर स्वास्थ्य नियमों का पालन और परीक्षार्थियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के बारे में भी काउंसिल और बोर्ड के अधिकारियों को सोचना पड़ रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ ओम प्रकाश/ गंगा-hindusthansamachar.in

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