शहीद दिवस पालन करने का नैतिक अधिकार खो चुकी हैं ममता : दिलीप
शहीद दिवस पालन करने का नैतिक अधिकार खो चुकी हैं ममता : दिलीप

शहीद दिवस पालन करने का नैतिक अधिकार खो चुकी हैं ममता : दिलीप

कोलकाता, 20 जुलाई (हि. स.)। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि ममता बनर्जी 21 जुलाई को शहीद दिवस पालन करने का नैतिक अधिकार खो चुकी हैं। घोष ने सोमवार को न्यूटाउन में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस को शहीद दिवस पालन करने का कोई अधिकार नहीं है। तृणमूल कांग्रेस शहीद दिवस पालन करने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ गृहमंत्री भी हैं। उन्हें राज्य में हो रही हत्याओं के लिए लज्जित होना चाहिए। भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार हत्याएं हो रही हैं। राज्य में हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राजनीतिक हिंसा में जान देने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1993 में पुलिस की गोली से जिन लोगों ने जान गयी थी।भाजपा उन्हें श्रृद्धांजलि देती है। इस अवसर पर घोष ने भाजपा के 93 शहीद कार्यकर्ताओं की सूची जारी की। उन्होंने कहा कि 21 जुलाई को दिवंगत भाजपा कार्यकर्ताओं के घर के सामने काला कपड़ा टांग कर तृणमूल कांग्रेस की राजनीतिक हिंसा का विरोध किया जायेगा। शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा-hindusthansamachar.in

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