left-congress-12-hour-shutdown-in-bengal-shows-partial-effect
left-congress-12-hour-shutdown-in-bengal-shows-partial-effect

बंगाल में वाम-कांग्रेस के 12 घंटे के बंद का दिखा आंशिक असर

कोलकाता,12 फरवरी (हि. स.)। राज्य सचिवालय घेराव के दौरान पुलिस की बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में आज वाममोर्चा और कांग्रेस के 12 घंटे के बंद के आह्वान का आंशिक असर रहा। कई जगह कुछ देर के लिए रेल व सड़क यातायात भी बाधित रहा। शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने राज्य के विभिन्न स्थानों पर सड़क और रेल मार्गाें को जाम कर यातायात बाधित करने का प्रयास किया। इसके कारण पूर्व और दक्षिण पूर्व रेलवे की ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं। वामपंथी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने पूर्व रेलवे के कचरापाड़ा रेलवे स्टेशन के पास पटरी को जाम कर रेल यातायात को बाधित किया। आंदोलनकारियों ने मालदा, बर्दवान, रायगंज, आसनसोल, दानकुनी और कोलकाता के कुछ हिस्सों, उत्तरी 24 परगना और नादिया जिलों में सुबह छह बजे शुरू हुई बंद के दौरान सड़क और रेल यातायात बाधित की। कोलकाता में इंटाली इलाके में जबरन बंद करा रहे बंद समर्थकों ने कई कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने श्यामनगर के घोषपाड़ा सड़क मार्ग को भी जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने कुछ स्थानों पर टायर जलाकर भी यातायात बाधित किया। वामपंथी दलों एवं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उत्तरी 24 परगना जिले के बारासात इलाके में सड़क को जाम कर दिया। नगर में भी शुक्रवार की सुबह के समय में बड़ी संख्या में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर बंद को सफल बनाने की कोशिश की। कई जगह यातायात बंद भी हो गए थे, लेकिन दिन चढ़ते ही इसका असर खत्म होना भी शुरू हो गया था। देर शाम तक बंद का जनजीवन पर आंशिक असर दिखा। वाम मोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने बताया कि बंद के आह्वान का प्रचार-प्रसार सही तरीके से नहीं हो सका था, इसलिए इसका ज्यादा असर नहीं हुआ है।बोस ने पुलिस की बर्बर कार्रवाई की निंदा की। उल्लेखनीय है कि 11 फरवरी को पुलिस ने सचिवालय की ओर मार्च कर रहे वामपंथी कार्यकर्ताओं और युवाओं पर लाठीचार्ज, आंसू गैस व वाटर कैनन का प्रयोग किया था। पुलिस की इस कार्रवाई के विरोध में वाम मोर्चा ने आज सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक बंगाल बंद का आह्वान किया था। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in