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तृणमूल कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की शिकार बुजुर्ग महिला के पोस्टरों से पटा कोलकाता, टीएमसी ने किया आरोपों को खारिज

कोलकाता, 01 मार्च (हि.स.)। पिछले सप्ताह कोलकाता में टीएमसी कार्यकर्ताओं के द्वारा एक वयोवृद्ध महिला को मारने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आज नगर में उस प्रताड़ित महिला के फोटो के साथ तमाम स्थानों पर लगे पोस्टरों में एक ही सवाल पूछा गया है कि यह बंगाल की बेटी नहीं है। बुजुर्ग महिला की पिटाई की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही हैं। सोमवार को महानगर में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की शिकार वयोवृद्ध महिला के पोस्टर लगे दिखे। इन पोस्टरों में पूछा गया है कि क्या यह बंगाल की बेटी नहीं है, जिसे तृणमूल के लोगों ने मारा पीटा। इस मामले में तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। भाजपा नेताओं ने इन पोस्टर को अपने ट्विटर पर साझा किया है। पोस्टर में पिटाई वाली बुजुर्ग महिला की तस्वीर के साथ लिखा है, ‘क्या यह बंगाल की बेटी नहीं है?’ उल्लेखनीय है कि उत्तर दमदम में शनिवार को भाजपा कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार पर कुछ बदमाशों ने हमला किया। मजूमदार की मां ने दावा किया कि उन्हें और उनके बेटे को तूणमूल कांग्रेस के गुंडों ने पीटा। उन्होंने उनके बेटे को इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी दी। भाजपा ने सोशल मीडिया पर महिला का चेहरा पोस्ट किया और लिखा, ‘बंगाल के लोग उन लोगों को माफ नहीं करेंगे जिन्होंने बंगाल की बेटी पर हमला किया।’ हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश/सुगंधी

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