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साईंबाड़ी हत्याकांड पर विकास रंजन भट्टाचार्य के फेसबुक पोस्ट पर माकपा-कांग्रेस में तकरार

कोलकाता, 14 जून (हि. स.)। 70 के दशक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा माकपा करने वाले एक परिवार के सदस्यों को साईं बाड़ी में कथित तौर पर बर्बर तरीके से मौत के घाट उतारने के बाद भड़की हिंसा को लेकर माकपा के राज्यसभा सांसद विकास रंजन भट्टाचार्य द्वारा किए गए एक फेसबुक पोस्ट पर दोनों ही पार्टियों के बीच तकरार हुई है। कांग्रेस ने इसे लेकर माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा को पत्र लिखकर पूछा है कि क्या विकास रंजन भट्टाचार्य के इस पोस्ट को उनकी पार्टी अपने पार्टी का आधिकारिक रुख मानती है, या माकपा कांग्रेस के बीच विधानसभा चुनाव से पहले किए गठबंधन को तोड़ने की कोशिश की जा रही है? कांग्रेस ने कहा है कि माकपा इस पर क्या रुख अपना रही है, इस बारे में स्थिति स्पष्ट की जानी चाहिए। उल्लेखनीय है कि 1970 में बर्दवान जिले के साईं बाड़ी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर माकपा करने वाले एक परिवार के सदस्यों को अपहरण कर बर्बर तरीके से मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने कांग्रेस नेता पर हमला किया था जिसमें काफी हिंसा हुई थी। उस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। अपने फेसबुक पोस्ट में कोलकाता के पूर्व मेयर और वरिष्ठ अधिवक्ता विकास रंजन ने इस हिंसा की घटना के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है और दावा किया है कि सबकुछ सरकार प्रायोजित था। इसी को लेकर कांग्रेस ने पत्र लिखकर कहा है कि राज्यसभा सांसद विकास रंजन भट्टाचार्य का यह सोशल मीडिया पोस्ट कांग्रेस की छवि को धूमिल करने की कोशिश है और माकपा को स्पष्ट करना होगा कि क्या उनके इस पोस्ट को पार्टी सपोर्ट करती है? अगर नहीं करती है तो इस बारे में क्या कार्रवाई करेगी? दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले माकपा-कांग्रेस ने गठबंधन तो किया था लेकिन दोनों ही पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया है जिसके बाद रह-रह कर दोनों ही दलों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। इस मामले में अभी तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा

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