समाज का मार्मिक भाव दर्शाने का सबसे अच्छा माध्यम है फोटोग्राफी : रावत
समाज का मार्मिक भाव दर्शाने का सबसे अच्छा माध्यम है फोटोग्राफी : रावत

समाज का मार्मिक भाव दर्शाने का सबसे अच्छा माध्यम है फोटोग्राफी : रावत

हरिद्वार,19 अगस्त (हि.स.)। विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर आउटडोर फोटोग्राफर मंच और हरिद्वार फोटोग्राफर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में गुरु निवास मन्दिर कनखल में विश्व फोटोग्राफर दिवस मनाया गया। इस मौके पर दिव्यांग शिवकुमार फोटोग्राफर को सम्मानित किया गया। इस माैके पर फोटोग्राफर मंच के संयोजक भीमसेन रावत ने कैमरे के ऊपर अपनी एक काव्य रचना सुनाते हुए कहा कि फोटोग्राफी समाज का मार्मिक भाव दर्शाने का सबसे अच्छा माध्यम है। एक फोटो कई कहानियों को दर्शा देता है। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफर की बौद्धिक क्षमताओं पर ही निर्भर करता है कि वह समाज को फोटो के माध्यम से क्या दर्शाना चाहता है। उत्तराखण्ड की नैर्सिंगक सुन्दरता को दर्शाने में फोटोग्राफर की निर्णायक भूमिका है। भीमसेन रावत ने कहा कि कोरोना काल में फोटोग्राफर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम, विवाह समारोह, जन्मदिन पार्टियां सूक्ष्म रूप से आयोजित की जा रही है। जिन कारणों से फोटोग्राफर आर्थिक रूप से परेशान है। उन्होंने सरकार से अपील की कि सरकार को फोटोग्राफर व्यवसायियों को आर्थिक मदद देनी चाहिए। फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष ललित ममगांई ने वर्तमान हालातों में फोटोग्राफर से धैर्य बनाकर चलने की बात कही। उन्होंने कोरोना संकट में फोटोग्राफर्स की आर्थिक स्थिति बिगड़ने पर भी चिंता जताई। इस अवसर पर सह सचिव मुकेश सहगल, नवीन भारद्वाज, शिव कुमार, मुकेश शर्मा, अशोक कुमार आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत-hindusthansamachar.in

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