राम के पूर्वज भगीरथ की तपस्थली गंगोत्री में भी हुई विशेष पूजा
राम के पूर्वज भगीरथ की तपस्थली गंगोत्री में भी हुई विशेष पूजा

राम के पूर्वज भगीरथ की तपस्थली गंगोत्री में भी हुई विशेष पूजा

उत्तरकाशी, 05 अगस्त (हि.स.)। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का शिलान्यास होने की खुशी का जश्न बुधवार को भगवान राम के पूर्वज राजा भगीरथ की तपस्थली मां गंगा के गंगोत्रीधाम पर मनाया गया। इस मौके पर यहां विशेष पूजा अर्चना की गई। गंगोत्री के रावल स्वामी शिवप्रकाश महाराज ने कहा इस राष्ट्र के प्राण भगवान राम के मंदिर का निर्माण शुरू होने पर हम सभी रावलगण हर्ष का अनुभव कर रहे हैं। राम मंदिर का निर्माण राष्ट्र में पुनः प्राणों का संचार करना है, जिसके लिए प्रधानमंत्री को श्रेय जाता है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर पवित्र गंगोत्री धाम में गंगा सहस्त्रनाम पाठ, गंगा लहरी पाठ और सुंदर कांड का पाठ किया गया। संध्या के समय दीपोत्सव का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए रावल शिव प्रकाश महाराज ने मां गंगा से सम्पूर्ण विश्व को कोरोना महामारी से मुक्ति की प्रार्थना की। उन्होंने कहा श्रीराम केवल आस्था नहीं है अपितु राम जीवन की एक अवस्था और जीवन की आदर्श व्यवस्था है, जो रोम रोम में बसे हुए हैं बस वही तो राम हैं। शिवप्रकाश महाराज ने कहा कि सूर्यवंशी भगवान राम के पूर्वज राजा भगीरथ ने हिमालय पर्वत पर तपस्या कर गंगा को धरती पर अवतरित कराया था। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का अर्थ है, उन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीरामचंद्रजी के महान आदर्शों की पुनर्स्थापना करना है। अयोध्या में केवल राम मंदिर नहीं बन रहा है अपितु प्रभु श्रीराम के आदर्शों की भी पुनर्स्थापना हो रही है। हिन्दुस्थान समाचार// चिरंंजीव सेमवाल-hindusthansamachar.in

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