बैरागी संतों ने किया स्थानीय प्रतिनिधियों का स्वागत
बैरागी संतों ने किया स्थानीय प्रतिनिधियों का स्वागत

बैरागी संतों ने किया स्थानीय प्रतिनिधियों का स्वागत

वैष्णव संतों के शिविर बैरागी कैंप में ही लगाए जाएंगेः राजेंद्रदास हरिद्वार, 27 दिसम्बर (हि.स.)। वैष्णव अखाड़ों के नियुक्त स्थानीय प्रतिनिधियों का श्रवणनाथ नगर स्थित श्रीनृसिंह धाम में स्वागत किया गया। इस मौके पर श्रीनृसिंह धाम पीठ के परमाध्यक्ष जगद्गुरू रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य महाराज ने कहा कि तीनों वैष्णव अखाड़ों के स्थानीय प्रतिनिधि नियुक्त होने से अगले वर्ष होने वाले कुंभ मेले के दौरान अखाड़ों और मेला प्रशासन बीच समन्वय स्थापित करने में आसानी होगी। साथ ही हरिद्वार में निवास कर रहे वैष्णव संतों के सामने आने वाली समस्याओं को दूर करने में भी मदद मिलेगी। अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अणी अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्रदास महाराज व बाबा हठयोगी ने कहा कि वैष्णव अखाड़ों को स्थानीय स्तर पर प्रतिनिधित्व नहीं होने के कारण अखाड़ों को कुंभ मेला कार्यों का लाभ नहीं मिल पा रहा था। तीनों अखाड़ों द्वारा प्रतिनिधि नियुक्त होने के बाद बैरागी कैंप में कुंभ मेला कार्यों को शुरू कराया जाएगा। जिससे कुंभ के दौरान वैष्णव अखाड़ों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। श्रीपंच निर्वाणी अणी अखाड़े के अध्यक्ष महंत धर्मदास महाराज व दिगंबर अणी अखाड़े के महंत रामकिशोर दास महाराज ने कहा कि हरिद्वार में होने वाले प्रत्येक कुंभ में बैरागी कैंप में ही वैष्णव अखाड़ों की छावनियां स्थापित होती रही हैं। अगले वर्ष होने वाले कुंभ मेले में भी देशभर से वैष्णव संतों के शिविर बैरागी कैंप में ही लगाए जाएंगे। लेकिन मेला प्रशासन ने अभी तक बैरागी कैंप में कार्य शुरू नहीं कराए हैं। उन्होंने मांग की कि मेला प्रशासन को तत्काल बैरागी कैंप में कार्य शुरू कराने चाहिए, जिससे संतों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। इस अवसर पर संतों के बीच पहुंचे अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह व ललित नारायण मिश्रा का फूलमाला पहनाकर व शाॅल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। इस दौरान नारायण दास, वैष्णवी जयश्री, विजय लक्ष्मी, महंत गौरीशंकर दास, महंत विष्णुदास, रामशरण दास, रामकुमार दास शास्त्री, दुर्गादास, सुखदेव दास, अगस्त दास, शिवम दास, मनीष दास आदि संत उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत-hindusthansamachar.in

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