बैरागी कैंप से तत्काल हटाया जाए अतिक्रमणः राजेंद्रदास
बैरागी कैंप से तत्काल हटाया जाए अतिक्रमणः राजेंद्रदास

बैरागी कैंप से तत्काल हटाया जाए अतिक्रमणः राजेंद्रदास

हरिद्वार, 25 अगस्त (हि.स.)। बैरागी कैंप क्षेत्र से अस्थाई अतिक्रमण ना हटाए जाने व कुंभ मेले संबंधित कार्य प्रारम्भ नहीं होने पर बैरागी अखाड़ों के संतों ने नाराजगी व्यक्त की है। श्रीपंच निर्मोही अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा है कि कुंभ मेला प्रारम्भ होने में बहुत कम समय शेष रह गया है। कुंभ मेला प्रशासन की ओर से अब तक बैरागी कैंप क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं की भी सुध नहीं ली गयी है। अखाड़े आश्रमों के सौन्दर्यीकरण जैसे कार्यों में भी कोई प्रगति नहीं आ रही है। बैरागी कैंप क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़कें, सीवर की सुविधाओं को तुरंत लागू किया जाना चाहिए। अस्थाई अतिक्रमण पर अब तक कोई भी कार्रवाई कुंभ मेला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित नहीं किया जाना खेद का विषय है। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप क्षेत्र में कुंभ मेले के दौरान लाखों संत महापुरुषों का आगमन होता है। कुंभ मेले के आयोजनों में संत समाज प्रमुखता से प्रतिभाग करता है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द आश्रम अखाड़ों के सौन्दर्यीकरण के कार्य प्रारम्भ किए जाएं। साथ ही कुंभ मेला प्रशासन को अखाड़े आश्रमों के प्रबंधकों से विचार विमर्श करना चाहिए। श्रीपंच निर्वाणी अणि अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास महाराज ने कहा कि अस्थाई अतिक्रमण बैरागी कैंप क्षेत्र से हटाया जाना चाहिए। इस क्षेत्र में पार्किंग स्थल को भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए, ताकि संतों को कुंभ मेले के आयोजन में किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि बैरागी कैंप मं बड़ी संख्या में गंदगी व झाड़ियों का अंबार लगा हुआ है। साथ ही सड़कें भी क्षतिग्रस्त हैं। इस पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। राज्य की त्रिवेंद्र सरकार महाकुंभ मेले को स्वच्छता को लेकर आयोजित कर रही है लेकिन अब तक बैरागी कैंप क्षेत्र में स्वच्छता अभियान नहीं चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी अखाड़ा परिषद की बैठक में बैरागी कैंप क्षेत्र में कुंभ मेला कार्य शुरू नहीं होने को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा। इस दौरान महंत योगीराज, महंत अगस्तदास, महंत सिंटू दास, महंत रामदास, महंत कृष्णदास, महंत रामजी दास आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/रजनीकांत-hindusthansamachar.in

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